प्रसिद्ध न्यूज़ पोर्टल घमासान डॉट कॉम द्वारा आयोजित महिला साहित्य समागम में निर्मला भुराडिया ने कहा
उन्होंने कहा कि लघु कथा को लघु ही होना चाहिए और सबसे बड़ी बात यह है कि उसमें पंच आना चाहिए अभी यह देखने में आता है कि कई लघु कथाएं लंबी हो जाती है लेकिन यह स्पष्ट नहीं होता कि वह किस उद्देश्य से लिखी गई है।
उन्होंने कहा कि लघु कथाओं के माध्यम से आज भी हमारे सामाजिक जीवन की विसंगतियों को व्यक्त किया जा रहा है और यह सबसे सशक्त माध्यम भी बन गया है आज के सत्र में जो लघु कथाएं पढ़ी गई उनके बारे में चर्चा करते हुए निर्मला जी ने कहा कि कई लघु कथाएं वाकई बहुत अच्छी थी ।