इंदौर के उद्योगों की बिजली आपूर्ति और बेहतर करने के लिए सघन प्रयास, नई लाइनों के कार्य से सकारात्मक बदलाव

Shivani Rathore
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इंदौर। शहर के पालदा, पोलोग्राउंड, सांवेर रोड, नेमावर रोड, राऊ, खातीपुरा, उद्योग नगर, संगम नगर इत्यादि क्षेत्रों के उद्योगों के लिए विद्युत अधोसंरचना विकास एवं क्षमता विस्तार के लिए उठाए प्रभावी कदम उठाए जा रहे है। इससे न केवल पुराने उद्योगों की बिजली आपूर्ति सुविधाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है, वहीं नए उद्योगों के लिए भी बिजली आपूर्ति सुलभता के साथ हो रही है।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के शहर अधीक्षण यंत्री श्री मनोज शर्मा ने बताया कि प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर के आदेशानुसार, उद्योग संघों के साथ समन्वय बैठक में आई मांग के अनुरूप सभी क्षेत्रों में क्रमबद्ध तरीके से कार्य किए जा रहे है। राऊ में 33/11 केवी के नए ग्रिड से राऊ और केट रोड स्थित 300 उद्य़ोगों को और बेहतर बिजली प्रदाय की जा रही है। 33 केवी पालदा, 11 केवी विनायक फीडर, 33 केवी पीथमपुर फीडर, मालती फीडकर, सांवेर रोड सेक्टर सी, सेक्टर ई के 11 केवी फीडर रामबली एवं अवंतिका फीडर पर जरूरी कार्य कराए गए है, शहर में फीडरों के करीब 20 किमी क्षेत्र के कंडक्टर ज्यादा क्षमता के नए लगाए गए है। शहर अधीक्षण यंत्री ने बताया कि गुमास्ता नगर ग्रिड पर जरूरी कार्य के माध्यम से धार रोड से जुड़ें उद्योगों की बिजली वितरण व्यवस्था में सुधार किया गया है। श्री शर्मा ने बताया कि उद्योगिक क्षेत्र के लिए ही 50 ट्रांसफार्मर बदले गए है, या ज्यादा क्षमता के लगाए गए हैं। उद्योगिक क्षेत्र में नए ग्रिड एवं वितरण ट्रांसफार्मरों की स्थापना से कुल वितरण क्षमता में 10 मैगावाट की बढ़ोत्तरी हुई है। कई फीडरों से डबल सप्लाय व्यवस्था जोड़ी गई है, ताकि एक में तकनीकी अवरोध भी आए तो दूसरे फीडर से उद्योगों को तत्काल बिजली आपूर्ति हो पाए। अधीक्षण यंत्री श्री शर्मा ने बताया कि कंपनी प्रबंधन के अनुसार पांचों कार्यपालन यंत्रियों सर्वश्री श्रीकांत बारस्कर, रामलखन धाकड़, विनय प्रताप सिहं, डीके तिवारी, योगेश आठनेरे को उद्योग संचालकों से सतत संपर्कित रहने एवं कठिनाई आने पर कम से कम समय में समाधान करने के लिए निर्देशित भी किया गया हैं।