Indore : सड़क सुरक्षा पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार हुआ सम्पन्न, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने लिया हिस्सा

mukti_gupta
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इंदौर। इंडियन रोड कांग्रेस के तत्वाधान में रोड सेफ्टी करंट सिनेरियो एंड वे फॉरवर्ड’ विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया। इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा भाग लिया गया। साथ ही विशेष अतिथि के रूप में इंदौर के सांसद शंकर लालवानी भी उद्घाटन सत्र में उपस्थित रहे।

केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल ( रोड डेवलपमेंट) श्री एस के निर्मल, सचिव लोक निर्माण विभाग श्री आरके मेहरा, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता नरेंद्र कुमार, लोक निर्माण विभाग से प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री जी पी मेहरा एवं आईआरसी से उपाध्यक्ष श्री प्रणव कपूर द्वारा मुख्य रूप से सेमिनार में भाग लिया गया। प्रदेश के विभिन्न विभागों एवं अन्य राज्यों से लगभग 120 प्रतिभागी भी सेमिनार में उपस्थित रहे।

सेमिनार के उद्घाटन सत्र में लोक निर्माण विभाग मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने विगत वर्षों में हुए सड़क निर्माण एवं सुधार कार्यों को बताते हुए सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया। इंदौर शहर में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए सांसद शंकर लालवानी ने भी मंत्री गोपाल भार्गव से सड़क सुरक्षा हेतु आवश्यक प्रावधान करने की मांग की।

केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल एस के निर्मल के द्वारा रोड सेफ्टी के क्षेत्र में आईआरसी द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं रोड सेफ्टी विषय से संबंधित विभिन्न दिशानिर्देशों एवं मानकों के प्रकाशन के संबंध में जानकारी दी गई। लोक निर्माण विभाग के सचिव एवं इंडियन रोड कांग्रेस के उपाध्यक्ष आरके मेहरा द्वारा सड़क सुरक्षा के महत्व और विभिन्न क्षेत्रों पर इसके प्रभावों पर चर्चा की गई।

पहले दिन इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में कुल 10 प्रस्तुतीकरण किए गए। ये प्रस्तुतीकरण सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर निर्मित राणनीतियों, रोड सेफ्टी ऑडिट, निर्माण के दौरान सेफ्टी, पैदल चलने वाले नागरिकों की सुरक्षा, सड़क दुर्घटनाओं के निरीक्षण, सड़क दुर्घटना में घायलों की त्वरित उपचार एवं सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में हुए तकनीकी नवाचारों पर आधारित थे। सेमिनार के दूसरे दिन सड़क सुरक्षा से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर कुल 7 प्रस्तुतिकरण आयोजित हुए ।सड़क सुरक्षा के गंभीर विषय पर आयोजित इस सेमिनार में देश विदेश से आए प्रतिभागियों ने अपने अनुभव, नवाचार, योजनाऐं, आदि पर भी विस्तृत चर्चा की। साथ ही सड़क सुरक्षा में उपयोगी नवीनतम तकनीकों पर विस्तृत चर्चा कर इन्हें वृहद स्तर पर लागू करने की संभावनाएँ भी तलाशी गई।

प्रस्तुतिकरणों की इस श्रंखला के सड़क सुरक्षा के सभी आयामों चाहे वह सड़क सुरक्षा आडिट हो, दुर्घटना की विवचना हो, त्वरित उपचार हो, कानूनी प्रावधान हो, आकड़ों का विश्लेषण हो, सभी विषयों पर सारगर्भित चर्चा हुई। अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व के तहत रूस की वक्ता इरीना व्ही. गोलोवचेन्को ने पैदल चलने वाले नागरिकों की सुरक्षा जैसे संवेदनशील विषय पर प्रस्तुतिकरण किया और रूस की शहरी सड़कों, चीरहों एवं फुटपाथ पर पैदल चलने वालों के लिये किये विशेष प्रावधानों के बारे में बताया। इसी कड़ी में वर्ल्ड बैंक की ओर से जेम्स मार्कलेण्ड द्वारा सड़क सुरक्षा के सामाजिक एवं आर्थिक पहलुओं को वैश्विक परिदृष्य में विश्लेषित किया गया।

सड़क सुरक्षा विषय पर पुलिस विभाग से दीक्षित द्वारा पुलिस प्रशिक्षण एवं रिसर्च संस्थान की ताजा रिपोर्ट, जिसमें सड़क दुर्घटनाओं का विस्तृत विश्लेषण किया गया है, पर प्रस्तुतिकरण किया और शहरी सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये कई सुझाव दिये।

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कार्यक्रम के अंत में लोक निर्माण विभाग के सचिव श्री आर. के. मेहरा ने समस्त प्रस्तुतिकरणों का सारांश प्रस्तुत करते हुए सड़क सुरक्षा को सामूहिक जिम्मेदारी के रूप में विश्लेषित किया गया। उन्होने बताया कि विश्व में प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाओं से 13.50 लाख लोगों की मृत्यु होती है, जिसमें से 1.47 लाख लोग भारत से होतें है। विश्व के केवल 1 प्रतिशत वाहन होने के बाद भी विश्व की 11 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाऐं भारत में होती है, जिसकी जी.डी.पी. पर कुल लागत 1.47 लाख करोड़ या जीडीपी का 0.77 प्रतीशत होती है। इसी तरह की कई और जानकारियों के साथ इस 2 दिवसीय सेमीनार का समापन श्री आर. के. मेहरा के वक्तव्य के साथ हुआ।