इंदौर। इंदौर (Indore) स्थित पेडमी गौशाला में हुई गायों की मौत के बाद राजनीति का खेल खेलने की शुरूआत हो गई है। ताजा मामला इंदौरी नेता और सूबे के मंत्री तुलसीराम सिलावट से इस्तीफा मांगना है और यह इस्तीफा मांगा है पूर्व मंत्री जितू पटवारी ने।
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इंदौर के जिस क्षेत्र में गायों की मौत का मामला सामने आया है वह तुलसी सिलावट का क्षेत्र है और इस मामले को लेकर कांग्रेस भाजपा के सामने आकर खड़ी हो गई है। पूर्व मंत्री पटवारी का कहना है कि गायों की मौत के लिए सिलावट जवाबदार है और उन्हें इसे स्वीकार करते हुए अपना त्यागपत्र दे देना चाहिए। गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों पहले ही भोपाल के बेरसिया की गौशाला में भी कुछ गायों की मौत होने का मामला सामने आया था और इसके बाद भी प्रदेश की शिवराज सरकार को कांग्रेस ने घेरा था और अब एक बार फिर इंदौर में हुई इस घटना ने तूल पकड़ लिया है।
यहां बता दें कि जिस पेडमी स्थित गौशाला में गायों की मौत का मामला सामने आया है उसका संचालन श्री अहिल्या माता गौशाला जीवदया मंडल ट्रस्ट द्वारा किया जाता है और यहां बीते बुधवार को एक व्यक्ति ने सौ से अधिक गायों के मृत होने की सूचना पुलिस को दी थी। इसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर मनीष सिंह ने पूरे मामले की छानबीन करने के निर्देश भी दिए है। गुरूवार को भी प्रशासन की एक टीम ने पेडमी में पहुंचकर मौका मुआयना किया। बता दें कि पेडमी सांवेर विधानसभा क्षेत्र में आता है और यही से सिलावट विधायक भी है।
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शुक्ला भी कूदे मैदान में
विधायक संजय शुक्ला भी मैदान में कूद गए है और उन्होंने गौशाला के पदाधिकारियों पर पुलिस प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। उनका कहना है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच होना जरूरी है ताकि दोषी सामने आ सके। उनका यह भी कहना है कि गौमाता हमारी पूजनीय है, उनकी मौत किस हालत में हुई है, इसकी जांच होना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि सरकार करोड़ो रूपए का अनुदान ऐसे ट्रस्टों को देती है परंतु इसके बाद भी गायों को मरने के लिए छोड दिया जाता है। कांग्रेस नेताओं ने दोषियों पर धारा 307 के तहत कार्रवाई करने की भी मांग पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से की है।