Indore: इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में पर्यावरण और मानसिक स्वास्थ्य पर वेबिनार का आयोजन

Akanksha
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इंदौर। मानव अधिकार दिवस के दिन मालवांचल विश्वविद्यालय, इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल द्वारा ‘पर्यावरण और मानसिक स्वास्थ्य विषय’ पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया जिसके के आयोजक डॉ राम गुलाम राजदान (प्रो-वाइस-चांसलर, मालवांचल विश्वविद्यालय एंड प्रेसिडेंट- इंदौर साइकेट्रिक सोसायटी) थे। इस महत्वपूर्ण वेबिनार का आयोजन इंडेक्स ग्रुप के चेयरमैन श्री सुरेश सिंह भदौरिया के दिशा-निर्देश पर हुआ। प्रोग्राम का उद्घाटन मुख्य अतिथि पद्मश्री पर्यावरणविद् डॉ जनक पलटा ने किया। इस अवसर पर डॉ जी एस पटेल (डीन, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज), डॉ सतीश करंदीकर (डीन, इंडेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज), डॉ स्मृति सोलोमन (प्रिंसिपल, इंडेक्स नर्सिंग कॉलेज), डॉ रेशमा खुराना (प्रिंसिपल, इंडेक्स डिपार्टमेंट ऑफ फिजियोथेरेपी एंड पैरामेडिकल साइंसेज, कॉलेज) और डॉ जावेद खान पठान (प्रिंसिपल, इंडेक्स डिपार्टमेंट ऑफ फार्मेसी कॉलेज) के साथ अन्य विभागों के हेड भी उपस्थित थे।

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पद्मश्री डॉ जनक पलटा ने कहा कि “आज हमें अपने जीवन में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक प्रण लेना है और स्वयं को पर्यावरण के हित के लिए ढालना है। चीजों को रीसायकल करें, पेड़-पौधों को न कटने दे ताकि हरित क्रांति लाई जा सके।” डॉ रामगुलाम राजदान ने कहा कि “यदि पर्यावरण का संरक्षण नहीं किया गया तो पृथ्वी का तापमान बढ़ता जाएगा जिससे हम सभी के अस्तित्व पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है। यह समस्या और भी बढ़ सकती है।”

प्रोफेसर यश नारायण (सलाहकार- भूतपूर्व मानव अधिकार आयोग) ने कहा कि “हमें मानसिक स्वास्थ्य के लिए पर्यावरण अच्छा रखना होगा। जहां वातावरण सुरक्षित है वहां कोविड-19 की समस्या न के बराबर है। ” प्रोफेसर निशांत गोयल (सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइकेट्री – रांची) ने कहा कि “पर्यावरण की खराबी से  बच्चों के विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसलिए पर्यावरण को सहेजना बहुत ही आवश्यक है।”

प्रोफेसर क्षीरोद मिश्रा (गाँधी इंस्टीट्यूट वर्धा, ऑनरेरी ट्रेजरर- आईपीएस) ने बताया कि “गाँधीजी के सिद्धांतों का पालन करना से उचित है। उन्होंने कुटीर उद्योग और ग्रामीण विकास के विचार कहे हैं, जिससे प्रदूषण जैसी समस्याएं कम होती है।” प्रोफेसर वी के अरोरा (विभागाध्यक्ष- पीएसएम विभाग, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज) ने कहा कि “सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए काफी प्रयास किए हैं। लेकिन इन सभी के बावजूद भी पर्यावरण के प्रति एक क्रांति लाने की आवश्यकता है।”

डॉ विनय कुमार (एक्स-सेक्रेटरी, इंडियन साइकेट्रिक सोसायटी) ने बताया कि “यदि हम पर्यावरण को बचाएंगे तो पर्यावरण भी हमें बचाएगा।” वेबिनार में इंदौर साइकेट्रिस्ट सोसायटी के मनोचिकित्सक एवं अन्य चिकित्सक ऑनलाइन उपस्थित थे। सफल वेबिनार के लिए इंडियन साइकेट्रिक सोसायटी- आईपीएस के अध्यक्ष डॉ गौतम साहा, वाइस प्रेसिडेंट डॉ एन एन राजू, ऑनरेरी जनरल सेक्रेटरी डॉ टी एस एस राउ और डॉ ओ पी सिंह ने बधाइयां दी। आईपीएस सेंट्रल जोन के प्रेसिडेंट डॉ ज्ञानेंद्र झा, वाइस प्रेसिडेंट डॉ विपुल सिंह, ऑनरेरी जन. सेक्रेटरी डॉ गणेश शंकर, ऑनरेरी ट्रेजरर डॉ सौरभ टंडन, एडिटर डॉ आदर्श त्रिपाठी ने इस वेबिनार के आयोजन के लिए हर्ष व्यक्त किया।

आइपीएस एमपी ब्रांच के प्रेसिडेंट डॉ राजीव जैन, वाइस प्रेसिडेंट डॉ वैभव दुबे, ऑनरेरी जन. सेक्रेटरी डॉ प्रितेश गौतम, ऑनरेरी ट्रेजरर डॉ मनीष बुरासी ने इस कदम को सराहना की। इंदौर साइकेट्रिक सोसायटी के वाइस प्रेसिडेंट डॉ उज्ज्वल सरदेसाई, ऑनरेरी जन . सेक्रेटरी डॉ मनीष जैन और ऑनरेरी ट्रेजरर डॉ दीपक मंसारमनी ने भी इस कदम पर खुशी जाहिर की। वेबिनार के ऑर्गनाइजिंग कमेटी में थे डॉ रामगुलाम राजदान, डॉ मनीष जैन, डॉ वैभव चतुर्वेदी, डॉ रमन शर्मा, डॉ पवन राठी, डॉ विजय निरंजन, डॉ वी एस पाल, डॉ आशुतोष सिंह, डॉ पाली रस्तोगी, डॉ श्रीकांत रेडी, डॉ अभय जैन, डॉ सागर मुदगल, डॉ आर माथुर, डॉ अभय पालीवाल, डॉ पंकज जैन,डॉ निधि जैन, डॉ विजयसाक पाल, डॉ अपूर्वा तिवारी, डॉ एस एस बाजपेयी और डॉ एस पी एस चौहान। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफ़ेसर वैभव चतुर्वेदी (मनोरोग विभाग) ने किया।