Indore News: नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार

Akanksha
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इंदौर। एसटीएफ ने एसटीएफ व क्राईमब्रांच में फर्जी नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को आज पकड़ा। जिसका नाम रोहित शर्मा उर्फ श्याम प्रेमी है। आरोपी के पास से पुलिस की केप, 02 नग वायरलेस सेट (वाकी टाकी), 01 जोड खाकी रंग की वर्दी जिस पर बाजू में पुलिस का मोनो लगा हुआ है। इसके अलावा कुछ युवाओं के प्राप्त दस्तावेज व फोटो, एक नग मोबाईल फोन तथा पिस्टल जैसा लायटर जब्त हुआ है।

वही बता दें कि, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसटीएफ विपिन माहेश्वरी द्वारा एसटीएफ इकाइयों को पुलिस में फर्जी भर्जी कराने के नाम पर ठगी करने वाले अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया था। इसी तारतम्य में पुलिस अधीक्षक एसटीएफ इन्दौर मनीष खत्री के निर्देशन एवं उप पुलिस अधीक्षक\ एसटीएफ सोनू कुर्मी के मार्गदर्शन में निरीक्षक श्रीकांत जोशी की टीम द्वारा एसटीएफ व क्राईमब्रांच इन्दौर में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई।

दरअसल 23 अक्टूबर को एसटीएफ इकाई इन्दौर में आवेदक भरत परमार व दिव्यांशु मौर्य द्वारा रोहित शर्मा नामक व्यक्ति द्वारा स्वयं को एसटीएफ का पुलिस अधिकारी बताकर एसटीएफ विभाग व क्राईम ब्रांच में भर्ती कराने का बोला था। साथ ही उनसे 8,000-10,000 रुपये व दस्तावेज लेकर उनकी भर्ती न कराई जाकर ठगी करने का काम करने की शिकायत की थी। जिसकी तस्दीक करने पर अनावेदक रोहित शर्मा द्वारा वर्तमान में पुलिस वर्दी पहनकर घूमने एवं युवाओं को नौकरी दिलाने संबंधी बताए जाने पर तस्दीक व कार्यवाही हुई। इकाई से रवाना होकर अरिहंत नगर जुमडी हप्सी गोमटगिरी पहुचे तो वहाँ पर एक व्यक्ति पुलिस की टोपी लगाए तथा हाथ में काले रंग का वायरलेस लिए तथा कमर में पिस्टल लगाए हुए घर के बाहर घुम रहा था।

वहीं पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि, उसने पहले भी खुद को एसटीएफ का उपनिरीक्षक होना बताया था और पुलिस आईडी कार्ड दिखाया। जिससे अधिक पूछताछ करने पर उसके द्वारा पुलिस आईडी कार्ड फर्जी होना तथा पुलिस टोपी मार्केट से खरीदने व वायरलेस सेट (वाकी टाकी )होने एवं कमर में लगे पिस्टल को वास्तव में पिस्टल जैसा लायटर होने के संबंध में तथा लोगो को एसटीएफ व क्राईमब्रांच में भर्ती कराने के नाम पर लोगों से 8000-10000 रुपये व उनके दस्तावेजो की छायाप्रतिया लेने के बारे में बताया। जिस पर आरोपी को गिरफ्तार कर थाना एसटीएफ भोपाल में अपराध पंजीबद्ध किया गया। आरोपी की गिरफ्तारी उपरांत पूछताछ करने पर उसके द्वारा करीब 25-30 लोगो को एसटीएफ व क्राईमब्रांच में नौकरी लगाने का बोलकर उनसे 2 लाख रुपये से अधिक धनराशि प्राप्त कर धोखाधडी प्राप्त की गई है।

उल्लेखनीय है कि आरोपी रोहित विर्ष 2020 में भी एसटीएफ के नाम से लोगों को पुलिस में भर्ती कराने के नाम फर्जीवाड़ा कर धनराशि प्राप्त कर धोखाधड़ी कारित की गई थी जिस पर आरोपी के विरुद्ध एसटीएफ\ उज्जैन द्वारा कार्यवाही की जाकर थाना एसटीएफ भोपाल में अपराध पंजीबद्ध कराया गया था जिसमें आरोपी द्वारा 01 माह उपरांत माननीय न्यायालय से जमानत होने पर इन्दौर आकर पुनः स्पवं को एसटीएफ का अधिकारी बताकर आसपास के क्षेत्रवासियों व अन्य लोगों को एसटीएफ व क्राईमब्रांच में भर्ती कराने के नाम पर धोखाधडी का कार्य कारित करने लगा था।

एस टी एफ के टीम जिसके द्वारा सराहनीय कार्य किया गया – निरीक्षक श्रीकांत जोशी, आरक्षक सतीश चौहान, आरक्षक राहुल रमनवाल, आरक्षक आशीष मिश्रा, आरक्षक शुभम कटारे, आरक्षक रविन्द्र कुंतल, गुप्ता एवं देवेन्द्र वंशकार की सराहनीय भूमिका रही।