नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक बार फिर सिद्धू पर हमला बोला है साथ ही उन्होंने अपने बाघी तेवर भी दिखाए। अमरिंदर सिंह ने साफ कहा है कि अगर कांग्रेस सिद्धू को सीएम का चेहरा बनाती है तो उनके खिलाफ अमरिंदर बड़ा उम्मीदवार खड़ा करेंगे। अमरिंदर ने नई सरकार में सिद्धू को सुप्रीम सीएम बनाने का आरोप भी लगाया। बता दें कि, पहली बार अमरिंदर राहुल और प्रियंका गांधी को लेकर भी खुलकर बोले है। अमरिंदर ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को अनुभवहीन बताया। वहीं उनके सलाहकारों पर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाया।
ALSO READ:सियाराम बटोले को गौतम बुद्धा एजुकेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष का मार्गदर्शन मिला
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने तीन हफ्ते पहले सोनिया गांधी को अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने पद पर बने रहने के लिए ही कहा था। उन्होंने कहा कि, ‘अगर वो मुझसे पद छोड़ने को कहतीं, तो मैं उसी वक्त छोड़ देता। एक सैनिक होने के नाते, मुझे पता है कि कैसे काम करना है।’
उन्होंने कहा कि उन्होंने सोनिया गांधी को कहा था कि वो पंजाब में कांग्रेस को जीत दिलाने के बाद अपना पद छोड़ने को तैयार हैं और किसी और को कमान सौंपने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि, ‘लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसलिए मैं लड़ूंगा।’उन्होंने कहा कि गुप्त तरीके से विधायक दल की बैठक बुलाई गई, जिससे उन्होंने अपमानित महसूस हुआ। कैप्टन ने आगे कहा, ‘मैं किसी विधायक को गोवा या दूसरी नहीं ले जाता. मैं ऐसा काम नहीं करता। मैं नौटंकी नहीं करता। गांधी भाई-बहन जानते हैं कि ये मेरा तरीका नहीं है।’
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उनके बच्चों की तरह है और उनके साथ जो हुआ, उससे वो आहत हैं। कैप्टन ने कहा कि गांधी भाई-बहन अनुभवहीन थे और उनके सलाहकार उन्हें गुमराह कर रहे थे। साथ ही उन्होंने अपने सभी राजनीतिक विकल्प खुले होने की बात पर कहा कि वो अपने करीबियों से बात कर रहे हैं। अपनी उम्र बढ़ने पर चुटकी लेते हुए कहा कि, ‘आप 40 की उम्र में बूढ़े हो सकते हैं और 80 की उम्र में जवान हो सकते हैं।’
उन्होंने कहा कि अपनी बढ़ती उम्र को उन्होंने कभी बाधा के रूप में नहीं देखा. उन्होंने कहा कि वो 7 बार विधानसभा और दो बार संसद के सदस्य रहे हैं और उनके साथ कुछ सही होना चाहिए था।
सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी को लेकर उन्होंने कहा कि, ‘मेरे वक्त में बहुत अच्छे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष थे। मैंने उनसे सलाह ली लेकिन उन्होंने मुझे कभी ये नहीं बताया कि सरकार कैसे चलाना है। ‘ उन्होंने कहा कि सिद्धू अपनी शर्तें थोप रहे थे और चन्नी बस अपना सिर हिला रहे थे. उन्होंने कहा कि ये पंजाब के लिए दुखद स्थिति है कि जो सिद्धू अपना मंत्रालय नहीं संभाल सकते, वो कैबिनेट को मैनेज करेंगे।