इंदौर 22 जुलाई, 2020
इंदौर जिले में स्थित सभी प्राचीन तथा अन्य तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही तालाबों के सर्वें का अभियान शुरु होगा। सर्वें के आधार पर तालाबों को सूचीबद्ध कर आवश्यकता के अनुरुप कार्य करवाये जायेगे। इसके लिए कलेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति की पहली बैठक आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहन सक्सेना सहित जल संसाधन, ग्रामीण यांत्रिकी, कृषि, पीएचई, नगरीय प्रशासन, मत्स्य, उद्यानिकी आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि जिले में प्राचीन तथा अन्य तालाबों के पुनर्जीवन के लिए जीर्णोद्धार का अभियान शुरु किया जा रहा है। इस अभियान के तहत विभिन्न स्तरों पर समितियों का गठन किया जायेगा। इनमें मुख्य रुप से जिला स्तरीय समिति, क्रियान्वयन समिति, प्रशासकीय समिति, सीमांकन समिति तथा तालाब स्तर की समिति रहेगी। इस अभियान के तहत तालाबों के जीर्णोद्धार एवं पुनर्जीवन के लिए तालाबों के वर्गीकरण, पहचान, जल की उपलब्धता तथा उसके टूट-फूट तथा अनउपयोगी होने के कारणों का पता तालाबवार सर्वें कर पता लगाया जायेगा। इसके लिए सर्वेंदल गठित होंगे। दल द्वारा निर्धारित प्रारुप में जानकारी एकत्रित की जायेगी। इसके बाद क्रियान्वयन दल द्वारा आवश्कयता के अनुरुप तालाबों के जीर्णोद्धार एवं पुनर्जीवन के कार्य करवाये जायेगे। इस कार्य में शासकीय आवंटन साथ ही समाज की सहभागिता भी सुनिश्चित की जायेगी। तालाबों के केचमेंट बढ़ाने का कार्य होगा। गाद निकालकर गहरीकरण करवाया जाएगा। तालाबों से निकाली गई गाद का उपयोग खेतों की उर्वरक क्षमता बढ़ाने में किया जायेगा। तालाबों की पाल तथा वेस्टवियर सुधार के कार्य भी होंगे। तालाबों के पानी के उपयोग को प्रभावी बनाने के विकल्प तलाशकर प्रभावी प्रणाली विकसित की जायेगी। तालाबों के पाने के उपयोग के लिए जनसहभागिता सुनिश्चित की जायेगी। तालाबवार जल बजट बनाया जायेगा।
कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिए की इस अभियान के पूरी गंभीरता के साथ चलाया जाये। यह अभियान समय की सबसे बड़ी जरुरत है। अभियान के तहत ऐसे कार्य हो जिससे की ग्रामीणों और किसानों को लंबे समय तक लाभ मिले। अभियान में सभी विभाग मिलकर समन्वित प्रयास करें। उन्होंने निर्देश दिए कि यह ध्यान रखें की सर्वें में कोई भी तालाब छूट नहीं पाये।