उत्तर प्रदेश में साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर निर्वाचन आयोग ने अभी से तैयारियां तेज कर दी हैं। बुधवार को लखनऊ में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने 31 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ एक अहम प्रशिक्षण बैठक की। इस बैठक में चुनाव से पहले की जरूरी प्रक्रियाओं, खासकर वोटर लिस्ट को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
नवदीप रिणवा ने कहा कि वोटर लिस्ट की गुणवत्ता ही निष्पक्ष चुनाव की पहली शर्त है। उन्होंने साफ कर दिया कि मतदाता सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए सभी बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) को सख्ती से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।

मतदाता सूची में नहीं चलेगी कोई गड़बड़ी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिया कि एक वोटर लिस्ट में 1200 से ज्यादा वोटर नहीं होने चाहिए। अगर किसी बूथ पर ज्यादा लोग होंगे तो वहां अव्यवस्था और भीड़भाड़ की आशंका रहती है। इसलिए, पोलिंग बूथों का पुनर्गठन किया जाएगा ताकि हर बूथ पर सीमित और संतुलित संख्या में मतदाता हों।
उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में मतदाताओं की साफ-सुथरी तस्वीर होनी चाहिए, जिससे पहचान में कोई दिक्कत न हो। बीएलओ को निर्देशित किया गया है कि वे हर मतदाता से संपर्क करें और फोटो समेत अन्य जरूरी जानकारी सही दर्ज करें।
जिलाधिकारियों को दी गई ट्रेनिंग
बैठक में मौजूद सभी जिलाधिकारियों को भारतीय चुनाव आयोग के नियमों और प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। इस दौरान उन्हें बताया गया कि कैसे EPIC (मतदाता पहचान पत्र) समय से लोगों के घर तक पहुंचाया जाए और कैसे नामांकन फॉर्म और दस्तावेजों की जांच की जाए।
BLO ऐप, ERO-Net जैसे तकनीकी टूल्स का इस्तेमाल कैसे किया जाए, इसकी भी ट्रेनिंग दी गई। इसके अलावा, ERO (Electoral Registration Officer) की भूमिका को और पारदर्शी बनाने के लिए भी विशेष प्रशिक्षण की योजना बनाई गई है।
मतदान केंद्रों पर बेहतर सुविधा का निर्देश
नवदीप रिणवा ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि चुनाव के दौरान हर मतदान केंद्र पर पर्याप्त सुविधा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र ऐसे स्थान पर बनाए जाएं जो लोगों के लिए सुविधाजनक हो ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान करने आ सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि दिव्यांग, बुजुर्ग और महिलाओं को ध्यान में रखते हुए केंद्रों पर सुविधाएं दी जाएं। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि मतदान के दिन कोई अव्यवस्था न हो।