मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के UNESCO की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल होने को अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय उस पर्व की अंतरराष्ट्रीय पहचान को रेखांकित करता है, जिसे अंधकार पर प्रकाश की जीत और नए आरंभ के प्रतीक रूप में मनाया जाता है। यह उपलब्धि भारतीय संस्कृति की शक्ति और परंपराओं के महत्व को वैश्विक स्तर पर और अधिक सुदृढ़ करती है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर कहा कि यह सम्मान उत्तर प्रदेश के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि अयोध्या प्रभु श्रीराम की पवित्र भूमि है, जहाँ दीपावली की मूल उत्सव परंपरा का उद्भव हुआ था। अयोध्या केवल सांस्कृतिक आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि भारतीय परंपराओं का मूल स्वरूप है। ऐसे में इस त्योहार की वैश्विक मान्यता अयोध्या के आध्यात्मिक महत्व को और अधिक उजागर करती है। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान भारत की बढ़ती सांस्कृतिक प्रतिष्ठा का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी सांस्कृतिक पहचान को उल्लेखनीय रूप से मजबूत किया है। विश्व समुदाय द्वारा भारत की परंपराओं और उत्सवों को स्वीकार किया जाना एक सकारात्मक संकेत है। अयोध्या का शाश्वत प्रकाश मानवता को सत्य और सद्भाव की राह पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहेगा। दीपावली केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि जीवन के गहन दर्शन का प्रतीक है।









