महाकाल लोक में आंधी-तूफान ने मचाया तांडव, सप्तऋषि की 6 मूर्तियां खंडित, 856 करोड़ का है प्रोजेक्ट, PM मोदी ने किया था लोकार्पण

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By Ashish MeenaPublished On: May 29, 2023

उज्जैन। मध्यप्रदेश में रविवार को बारिश और आंधी-तूफान का तांडव देखने को मिला है। प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हुई और कई जिलों में ओलावृष्टि की भी खबर सामने आई है। इन सबके बीच रविवार को बड़ी खबर उज्जैन से आई थी जहां ‘श्री महाकाल लोक’ की कई मूर्तियां तेज आंधी के कारण जमीन पर गिर गई और टूट गई। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, पिछले साल अक्टूबर में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया था।

महाकाल लोक में आंधी-तूफान ने मचाया तांडव, सप्तऋषि की 6 मूर्तियां खंडित, 856 करोड़ का है प्रोजेक्ट, PM मोदी ने किया था लोकार्पण

महाकाल लोक में आंधी-तूफान ने मचाया तांडव, सप्तऋषि की 6 मूर्तियां खंडित, 856 करोड़ का है प्रोजेक्ट, PM मोदी ने किया था लोकार्पण

यह प्रोजेक्ट 856 करोड रुपए का है इसमें से पहले चरण में 351 करोड रुपए लग चुके हैं और अब खबर आ रही है कि महाकाल लोक की मूर्तियां टूटकर गिरने लगी है। हादसे में कई श्रद्धालु बाल-बाल बचे। जानकारी के मुताबिक, महाकाल लोक में लगी सप्तऋषि की 7 में से 6 मूर्तियां गिरकर खंडित हुई हैं। गनीमत ये रही कि किसी भी श्रद्धालु को चोंट नहीं आई है, लेकिन महाकाल लोक की मूर्तियां गिरने से यहाँ पर हुए करोडो रुपए के कामो पर सवाल जरूर खड़े हुए है।

महाकाल लोक में आंधी-तूफान ने मचाया तांडव, सप्तऋषि की 6 मूर्तियां खंडित, 856 करोड़ का है प्रोजेक्ट, PM मोदी ने किया था लोकार्पण

किसी मूर्ति की गर्दन टूट गई है तो किसी के हाथ। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला कलेक्टर मोके पर पहुंचे और मूर्तियों को सुधार के बाद पुन स्थापित करने के निर्देश दिए। इस घटना के बाद महाकाल महालोक के निर्माण की प्रक्रिया सवालों से घिर गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया था। 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं।

महाकाल लोक में आंधी-तूफान ने मचाया तांडव, सप्तऋषि की 6 मूर्तियां खंडित, 856 करोड़ का है प्रोजेक्ट, PM मोदी ने किया था लोकार्पण

उज्जैन में शाम करीब 4 बजे अचानक तेज आंधी और बारिश के चलते शहर के कई इलाको में पेड़ और घर गिर गए। उज्जैन में आंधी तूफान आने के कारण पेड़ और मकान गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। महाकाल लोक गलियारे की छह मूर्तियां रविवार को आई तेज आंधी के चलते गिरकर क्षतिग्रस्त हो गईं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, वर्तमान में मध्यप्रदेश में एक साथ 5 सिस्टम एक्टिव है, जिससे प्रदेशभर में बारिश की संभावनाएं बनी हुई है।

Ujjain Mahakal Lok: 800 करोड़ का प्रोजेक्ट, 7 महीने पहले PM मोदी ने किया लोकार्पण; आंधी में टूटीं 'महाकाल लोक' में सप्तऋषि की 6 मूर्तियां

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डीएम कुमार पुरुषोत्तम ने कहा, बहुत तेज आंधी आई थी। बता दें कि, महाकाल लोक की इस घटना ने बाद से ही मध्यप्रदेश में राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस को बीजेपी सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। राज्य के मुख्य विपक्षी दलों ने परियोजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। मूर्तियों के क्षतिग्रस्त होने के मामले में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने जांच कमेटी का गठन किया। कमेटी जल्द ही उज्जैन जाकर पूरी घटना की रिपोर्ट कमलनाथ के सामने रखेगी।

कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी। आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए।

Shri Mahakal Mahalok remained in controversies from the beginning, Lokayukta had sent notices to 15 officers