देहरादून में सेतु आयोग द्वारा नीति आयोग के स्टेट सपोर्ट मिशन (SSM) के अंतर्गत एक क्षेत्रीय सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में देश के 10 विभिन्न राज्यों से आए संस्थागत प्रतिनिधियों और राज्य योजना व परिवर्तन आयोगों के अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में नीति आयोग के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न राज्य परिवर्तन संस्थानों के प्रतिनिधि, विषय विशेषज्ञ और अन्य प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। सम्मेलन का उद्देश्य था राज्यों में जमीनी स्तर पर प्रभावी नीतियों को बढ़ावा देना और नवाचारपूर्ण विचारों के माध्यम से शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन को और अधिक सशक्त बनाना।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि डॉ. विजय सारस्वत ने अपने संबोधन में कहा कि ‘विकसित भारत’ की संकल्पना की शुरुआत ‘विकसित राज्यों’ से ही होती है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि प्रत्येक राज्य को अपनी विशिष्ट परिस्थितियों और आवश्यकताओं के अनुसार नीतियों का निर्माण करना चाहिए, जिससे समावेशी और संतुलित विकास सुनिश्चित किया जा सके।

राज्यों की मजबूती ही राष्ट्र की प्रगति की नींव
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कई राज्यों को संसाधनों की कमी जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, और स्टेट सपोर्ट मिशन (SSM) का मूल उद्देश्य इन्हीं समस्याओं का समाधान कर राज्यों को स्वावलंबी और निर्णयक्षम बनाना है। साथ ही, उन्होंने डेटा आधारित नीतियों के निर्माण और उनके प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता को भी विशेष रूप से रेखांकित किया।
विकसित भारत की दिशा में राज्यों की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम की शुरुआत सेतु आयोग द्वारा दिए गए स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद नीति आयोग और उत्तराखंड सरकार के प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए। सम्मेलन के दौरान विभिन्न तकनीकी सत्रों में सुशासन को मजबूत करने, डेटा आधारित निर्णय लेने, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी समन्वय जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
सम्मेलन में प्रगति कर चुके राज्यों के सफल उदाहरणों को सामने लाकर अन्य राज्यों को भी नवाचार अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। नीति के ज़मीनी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ठोस एक्शन पॉइंट्स निर्धारित किए गए। यह समस्त प्रयास प्रधानमंत्री के “विकसित भारत 2047” विज़न को साकार करने में राज्यों की प्रभावशाली भूमिका को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उत्तराखंड का प्रमुख उभरता थिंक टैंक, सेतु आयोग
सेतु आयोग उत्तराखंड का एक उभरता हुआ नीति अनुसंधान संस्थान है, जो राज्य के समावेशी विकास और नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्य कर रहा है। आयोग ने कृषि, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, स्टार्टअप्स और शहरी शासन जैसे क्षेत्रों में नवाचार आधारित पहल शुरू की हैं।