
Pyaj Mandi Bhav: प्याज के दामों में 25 मई 2025 को देशभर की मंडियों में तेजी देखने को मिल रही है। कम आपूर्ति, बारिश से फसल को नुकसान और बढ़ती मांग ने प्याज की कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान की प्रमुख मंडियों में प्याज के भाव में उछाल दर्ज किया गया है। आइए जानते हैं इन पांच राज्यों के 30 शहरों में प्याज के ताजा मंडी भाव और इस तेजी के पीछे की वजहें।
प्याज की कीमतों में उछाल के कारण
प्याज की कीमतों में तेजी का मुख्य कारण सीमित आपूर्ति और मौसमी दिक्कतें हैं। बारिश ने कई इलाकों में प्याज की फसल को प्रभावित किया, जिससे मंडियों में नई फसल की आवक कम हुई। साथ ही, घरेलू और निर्यात मांग में वृद्धि ने कीमतों को और बढ़ा दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ हफ्तों तक यह तेजी बनी रह सकती है।

उत्तर प्रदेश के शहरों में प्याज के भाव
- लखनऊ: ₹3500-₹3800/क्विंटल
- कानपुर: ₹3400-₹3700/क्विंटल
- वाराणसी: ₹3550-₹3850/क्विंटल
- आगरा: ₹3450-₹3750/क्विंटल
- गोरखपुर: ₹3600-₹3900/क्विंटल
- मेरठ: ₹3500-₹3800/क्विंटल
बिहार के शहरों में प्याज के भाव
- पटना: ₹3600-₹3900/क्विंटल
- गया: ₹3500-₹3800/क्विंटल
- भागलपुर: ₹3550-₹3850/क्विंटल
- मुजफ्फरपुर: ₹3450-₹3750/क्विंटल
- दरभंगा: ₹3600-₹3900/क्विंटल
- पूर्णिया: ₹3500-₹3800/क्विंटल
पंजाब के शहरों में प्याज के भाव
- अमृतसर: ₹3400-₹3700/क्विंटल
- लुधियाना: ₹3450-₹3750/क्विंटल
- जालंधर: ₹3500-₹3800/क्विंटल
- पटियाला: ₹3550-₹3850/क्विंटल
- बठिंडा: ₹3400-₹3700/क्विंटल
- मोहाली: ₹3500-₹3800/क्विंटल
मध्य प्रदेश के शहरों में प्याज के भाव
- इंदौर: ₹3800-₹4100/क्विंटल
- भोपाल: ₹3750-₹4000/क्विंटल
- ग्वालियर: ₹3700-₹3950/क्विंटल
- जबलपुर: ₹3650-₹3900/क्विंटल
- रीवा: ₹3600-₹3850/क्विंटल
- उज्जैन: ₹3750-₹4000/क्विंटल
- रतलाम: ₹3800-₹4050/क्विंटल
- नीमच: ₹3850-₹4100/क्विंटल
राजस्थान के शहरों में प्याज के भाव
- जयपुर: ₹3700-₹4000/क्विंटल
- जोधपुर: ₹3600-₹3900/क्विंटल
- उदयपुर: ₹3650-₹3950/क्विंटल
- अलवर: ₹3800-₹4100/क्विंटल
किसानों और उपभोक्ताओं पर प्रभाव
प्याज की बढ़ती कीमतें किसानों के लिए फायदेमंद हैं, क्योंकि इससे उनकी आय बढ़ रही है। मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में किसानों ने इस सीजन में प्याज की खेती बढ़ाई थी, और अब ऊंचे दामों से उन्हें लाभ हो रहा है। हालांकि, उपभोक्ताओं के लिए यह चिंता का विषय है, क्योंकि रसोई का बजट बिगड़ रहा है। सरकार स्टॉक रिलीज जैसे कदम उठा सकती है, लेकिन फिलहाल कीमतें ऊंची बनी रह सकती हैं।