एक आख़िरी सवारी…बाइक के साथ दफनाया गया 18 साल का क्रिश, वजह कर देगी हैरान

हालांकि क्रिश की अंतिम विदाई ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। क्रिश को उसके सबसे प्रिय साथी के साथ दफनाया गया है।

Kalash Tiwary
Kalash Tiwary
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Bike Cremation : गुजरात के नडियाद में एक युवक को बाइक के साथ दफनाने का मामला सामने आया है। इस मार्मिक और अनोखे मामले के सामने आने के बाद हर किसी की आंखें नम हो गई है।

गुजरात के नडियाद के पास स्थित उर्तसंडा गांव के 18 वर्षीय क्रिश परमार ने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास की थी। 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद वह BCA में दाखिले की तैयारी कर रहा था। क्रिश इस दौरान एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था और 12 दिन तक जिंदगी से जंग लड़ने के बाद शनिवार को उसने दम तोड़ दिया।

सबसे प्रिय साथी के साथ दफनाया गया

हालांकि क्रिश की अंतिम विदाई ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। क्रिश को उसके सबसे प्रिय साथी के साथ दफनाया गया है। क्रिश की सबसे प्रिय साथी उसकी बाइक थी, जिसके साथ उसे दफन किया गया है।

हुआ था एक्सीडेंट 

क्रिश परमार संजयभाई सुलेमानभाई परमार का इकलौता बेटा था। 26 मई को वह आनंद स्थित एक कॉलेज में BCA के लिए रजिस्ट्रेशन कराने गया था। लौटते समय करीब रात 8:00 बजे उसकी बाइक ट्रैक्टर ट्राली से भीषण रूप से टकरा गई। हादसे में उसके सिर और शरीर पर गंभीर चोटे आई थी।

जिसके तुरंत बाद उसे एक मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टर ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन 12 दिन तक जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष के बाद आखिरकार क्रिश ने दम तोड़ दिया।

क्रिश का अंतिम संस्कार जब किया गया तो उसके साथ उसके पसंदीदा कपड़े, चश्मा, जूते और बाइक भी रखी गई। जिसे वह सबसे ज्यादा प्यार करता था। हालांकि जब गांव वाले और रिश्तेदार ने बाइक को कब्र में उतरते देखा तो कोई भी अपनी आंसू को रोक नहीं पाया। गांव वालों के लिए यह दृश्य हृदयविदारक था।

वही क्रिश की अनोखी विदाई सोशल मीडिया और गांव वालों के बीच चर्चा का विषय बन गई। कई लोगों ने इसे एक बेटे के सपने को मरने के बाद भी जिंदा रखने की कोशिश बताया। वहीं कुछ ने इसे आधुनिक समय में युवा पीढ़ी के जुनून और उनकी पसंद को समझने वाला उदाहरण कहा है। परिवार की तरफ से क्रिश परमार को दी गई विदाई एक अनूठी अभिव्यक्ति और अब एक स्मृति के रूप में याद की जा रही है।