बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव महोत्सव का होगा आयोजन, नायकों के शौर्य को जन-जन तक पहुंचाएगी एमपी सरकार

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By Abhishek SinghPublished On: November 11, 2025

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष और राष्ट्रीय संगठक वी. सतीश ने सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित जनजातीय संकुल विकास परियोजना पर आधारित प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उइके, सावित्री ठाकुर, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद जी, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव और सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने कार्यशाला के विभिन्न सत्रों को संबोधित किया।



मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश और देशभर में जनजातीय समाज के सम्मान और विकास के लिए ऐतिहासिक पहलें की गई हैं। उन्होंने याद दिलाया कि वर्ष 2021 में जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत मध्यप्रदेश से हुई थी, और इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पूरे प्रदेश में भव्य रूप से मनाई जाएगी।

पेसा एक्ट बना सशक्तिकरण का आधार

डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने पेसा एक्ट लागू कर जनजातीय समाज को उनके जल, जंगल और जमीन के अधिकार पुनः प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के सशक्तिकरण के लिए सरकार ने 47,296 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। तेंदूपत्ता संग्राहकों के पारिश्रमिक में वृद्धि करते हुए इसे 3,000 रुपये से बढ़ाकर 4,000 रुपये किया गया है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 2.89 लाख व्यक्तिगत और 28,754 सामुदायिक वन अधिकार दावे स्वीकृत किए हैं। उन्होंने बताया कि जनजातीय युवाओं को सिविल सेवा, नीट, क्लैट, आईआईटी, एनएलआईयू और एआईआईएमएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, साथ ही 50,000 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।

डॉ. यादव ने कहा कि सिकल सेल मिशन, आहार अनुदान योजना, पीएम जनमन योजना और धरती आबा योजना जैसी पहलें जनजातीय अंचलों में तेजी से विकास और जीवन स्तर में सुधार ला रही हैं।

जनजातीय वीरों के साहस से गूंजता भारत का इतिहास

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का इतिहास जनजातीय वीरों और महापुरुषों की अद्भुत गाथाओं से समृद्ध है। अंग्रेजों के विरुद्ध आज़ादी की पहली चिंगारी जनजातीय समाज ने जंगलों से प्रज्वलित की थी। रानी दुर्गावती जैसी वीरांगनाओं ने अपने अटूट साहस और अदम्य बलिदान से इतिहास में अमर स्थान बनाया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने रानी दुर्गावती की 300वीं जयंती को भव्य रूप से मनाया है और उनके शौर्य व योगदान को अब स्कूलों के पाठ्यक्रम में भी सम्मिलित किया गया है।

बिरसा मुंडा जयंती पर प्रदेशभर में होंगे कई आयोजन

डॉ. मोहन यादव ने बताया कि 11 से 15 नवंबर तक पूरे प्रदेश में भगवान बिरसा मुंडा की 151वीं जयंती के अवसर पर विविध आयोजन किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में स्वास्थ्य शिविर, जनजातीय सम्मेलन, सांस्कृतिक यात्राएं, जनजातीय कला एवं व्यंजन मेले, महानायकों पर संगोष्ठियां और हितलाभ वितरण कार्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जबलपुर और अलीराजपुर में भव्य समापन समारोह आयोजित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा संगठन और राज्य सरकार भगवान बिरसा मुंडा जैसे जननायकों के पराक्रम और समाज सुधार के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार इतिहास को सम्मान देने के साथ-साथ भविष्य की दिशा तय कर रही है, क्योंकि जनजातीय समाज का सशक्तिकरण ही मध्यप्रदेश के सर्वांगीण विकास की आधारशिला है।