गुना जिले के लोगों के लिए राहत की खबर है। यदि योजना अनुसार सब कुछ ठीक रहा, तो नए साल में यहां मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा हो जाएगा। इसके बाद स्थानीय लोगों को वही इलाज उपलब्ध होगा, जिसके लिए वे अब तक इंदौर और भोपाल की ओर जाते थे।
स्थानीय स्तर पर बिलौनिया के पास 30 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। पीपीपी मोड में निर्माण के लिए पहले एकमात्र टेंडर प्राप्त हुआ था, जिसे निरस्त कर दिया गया। अब नए टेंडर बुलाने की प्रक्रिया तैयार की जा रही है। संभावना है कि नए साल में टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
सिंधिया ने दिए निर्देश
गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्वाचित होने के बाद, मेडिकल कॉलेज निर्माण की मांग फिर से जोर पकड़ गई। इस पर कलेक्टर ने आवश्यक कार्रवाई की। केंद्रीय मंत्री सिंधिया के निर्देशानुसार, गुना में पीपीपी मोड के तहत मेडिकल कॉलेज स्थापना के लिए तहसील गुना ग्रामीण के ग्राम बिलोनिया में कुल 30 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। यह भूमि नेशनल हाईवे के किनारे स्थित है और शहर से केवल छह किलोमीटर दूर है। आयुक्त, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग को 6 नवंबर 2024 को भूमि चिन्हांकन की जानकारी भेज दी गई है। इस परियोजना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है।
लंबे समय से उठ रही मांग
गुना में सरकारी स्तर पर एक मेडिकल कॉलेज स्थापना की मांग लंबे समय से उठती रही है। दो साल पहले जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। हालांकि, पांच साल पहले भाजपा शासनकाल में भी इसी आशय की घोषणा हुई थी। उस समय के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के पास गुना के तत्कालीन कांग्रेस नेताओं का पत्र आया था, जिसमें कहा गया था कि गुना में पहले से ही एक निजी मेडिकल कॉलेज है, इसलिए यहां नया मेडिकल कॉलेज आवश्यक नहीं है। इसके परिणामस्वरूप, उस मेडिकल कॉलेज को अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया था।









