मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने पारदर्शिता और अनुशासन को मजबूत करने के लिए ई-अटेंडेंस प्रणाली को सख्ती से लागू करने का निर्देश जारी किया है। लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया है कि शिक्षक और संस्था प्रमुख प्रतिदिन अनिवार्य रूप से ई-अटेंडेंस दर्ज करें। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि नियमों की अवहेलना करने वाले अधिकारियों और शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारियों को ई-अटेंडेंस की निगरानी करने और इसकी प्रगति की नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से सभी जिलों को भेजे गए निर्देशों में बताया गया है कि मॉनिटरिंग रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है कि कई संस्था प्रमुख स्वयं ई-अटेंडेंस दर्ज नहीं कर रहे, जिसके कारण शिक्षक भी इसे पूरा करने से बच रहे हैं। आदेश में जिला अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वे संस्था प्रमुख और शिक्षकों दोनों की ई-अटेंडेंस की निगरानी करें और इसकी रिपोर्ट नियमित रूप से भेजें।
गौरतलब है कि 1 जुलाई से प्रदेश के स्कूलों में ई-अटेंडेंस को अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत शिक्षकों को स्कूल पहुंचते ही मोबाइल एप के माध्यम से सेल्फी लेकर उपस्थिति दर्ज करनी होगी और छुट्टी के समय भी सेल्फी अपलोड करनी होगी। अब अवकाश आवेदन भी पूरी तरह ऑनलाइन किए जाएंगे। इस व्यवस्था का शिक्षकों द्वारा विरोध किया जा रहा है।