सोनम रघुवंशी का सफर-ए-क्राइम, पति की हत्या के बाद छिपकर आई थी इंदौर, राजा रघुवंशी केस में सामने आया चौंकाने वाला खुलासा

राजा रघुवंशी हत्याकांड में जांच के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है कि सोनम रघुवंशी हत्या के बाद शिलॉन्ग से इंदौर और फिर वाराणसी होते हुए गाजीपुर तक पहुंची। पुलिस ने सीसीटीवी, कॉल डिटेल्स और ट्रेवल रिकॉर्ड से उसकी लोकेशन ट्रेस कर ली है।

Abhishek Singh
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राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा सामने आया है। जांच के दौरान यह पता चला कि सोनम रघुवंशी, पति की हत्या के बाद 25 मई को शिलॉन्ग से ट्रेन द्वारा सिलीगुड़ी होते हुए इंदौर पहुंची थी। इंदौर में उसने अपने प्रेमी राज कुशवाहा से मुलाकात की और कुछ दिन उसके किराए के मकान में ही रही। इसके बाद एक निजी ड्राइवर की मदद से वह वाराणसी पहुंची, जहां से वह गाजीपुर चली गई।

सूत्रों के मुताबिक, सोनम ने पूरे सफर के दौरान अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की और कई बार फोन बंद रखा ताकि ट्रेस न हो सके। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और ट्रेवल रिकॉर्ड्स के जरिए उसकी मूवमेंट का पता चला है। अब राज कुशवाहा और ड्राइवर से भी पूछताछ की जा रही है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि हत्या की साजिश में उनकी भूमिका क्या रही। सोनम की गिरफ्तारी के बाद मामले में और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आने की संभावना है।

कड़ियों को जोड़ने में मददगार साबित हुए CCTV

सूत्रों के मुताबिक, मेघालय पुलिस को 3 और 4 जून को ही इस बात का सुराग मिल गया था कि सोनम भी हत्या में शामिल थी। वारदात की जगह से बरामद जैकेट आरोपी आकाश की थी, जबकि रेनकोट सोनम का था। सोनम ने ही वह रेनकोट आकाश को दिया था, जिसे दाग लगने के बाद आकाश ने मौके पर छोड़ दिया। इसके अलावा, हत्या के बाद सोनम करीब 10 किलोमीटर दूर तीनों आरोपियों के साथ बातचीत करते हुए एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।

सोनम के इंदौर आने की वजह

गाजीपुर में आत्मसमर्पण के बाद सोनम रघुवंशी ने दावा किया था कि उसे नशीला पदार्थ खिलाकर मेघालय से जबरन गाजीपुर लाया गया, लेकिन पुलिस जांच में यह बयान पूरी तरह झूठा साबित हुआ। जांच के अनुसार, 23 मई को सोनम शिलॉन्ग से गुवाहाटी पहुंची और वहां से ट्रेन से इंदौर रवाना हुई। 25 मई को इंदौर पहुंचने के बाद वह सीधे अपने प्रेमी राज कुशवाहा से मिली, जिसने उसे उसी रात एक किराए के कमरे में ठहराया।

अगले दिन राज ने एक निजी ड्राइवर की मदद से सोनम को कार से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना कर दिया, जहां वह अलग-अलग जगहों पर रुकी। इस बीच इंदौर में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद दबाव बढ़ने लगा, जिससे संभवतः सोनम ने भी पुलिस के सामने आने का निर्णय लिया। वाराणसी पहुंचने के बाद वह गाजीपुर गई और वहां आत्मसमर्पण कर खुद को नशीला पदार्थ दिए जाने और अन्य आरोपों की बात कही, जिसे पुलिस ने बाद में निराधार बताया।