प्रदेश के मौसम ने अचानक करवट बदल ली है। दिन में गर्मी और रात में ठण्ड का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 72 घंटों में पूरे राज्य में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की कमी आने की आशंका है। मध्य प्रदेश के तापमान में यह गिरावट लगातार पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही है, जिसके कारण क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है।
प्रदेश में मौसम का मिज़ाज़
साथ ही, तापमान में गिरावट के अलावा, मौसम विभाग ने दतिया, भिंड, मंदसौर, शिवपुरी, नीमच, मुरैना, ग्वालियर और श्योपुर समेत कई जिलों में कोहरे के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में तापमान में गिरावट का अनुमान लगाया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आने की उम्मीद है, जिससे सुबह और रात में ठंड बढ़ सकती है। 12, 13 और 14 फरवरी को बारिश का अनुमान है, जिससे तापमान पर और असर पड़ सकता है।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
प्रदेश में फरवरी में रातें ठंडी और दिन गर्म रहेंगे। 12-14 फरवरी के बीच बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में कुछ उतार-चढ़ाव होगा। 20 फरवरी के बाद, सर्दी का असर कम हो जाएगा और तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा। साथ ही, मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है। फरवरी के पहले सप्ताह में जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, चम्बल, ग्वालियर और नर्मदापुरम में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की आशंका जताई है।
ग्वालियर फरवरी में सबसे ठंडा शहर
पिछले एक दशक से फरवरी में मध्य प्रदेश में रातें ठंडी और दिन गर्म रहे हैं। बारिश भी इस पैटर्न का हिस्सा रही है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन जैसे शहरों में दिन का तापमान अक्सर 30 डिग्री से ज़्यादा रहता है, जबकि रात का तापमान 10-14 डिग्री के बीच रहता है। ग्वालियर फरवरी में सबसे ठंडा शहर बना हुआ है, जहां पिछले साल का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था।