MP Weather: मध्यप्रदेश में ठंड ने फिर पकड़ी रफ्तार, इन 7 जिलों में तापमान पहुंचा 10 डिग्री से भी नीचे

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By Raj RathorePublished On: November 27, 2025
MP Weather

MP Weather : मध्य प्रदेश में नवंबर के आखिरी दिनों में ठंड ने एक बार फिर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। उत्तरी हवाओं के असर से ग्वालियर-चंबल संभाग समेत कई इलाकों में कड़ाके की सर्दी का दौर लौट आया है। प्रदेश के सात शहरों में रात का पारा 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे लुढ़क गया है, जिसमें छतरपुर का नौगांव 7.8 डिग्री के साथ सबसे ठंडा रहा।

एक तरफ जहां ग्वालियर, मुरैना, रीवा और दतिया जैसे शहरों में रातें सर्द हो गई हैं, वहीं दूसरी ओर रतलाम, नरसिंहपुर और नर्मदापुरम में न्यूनतम तापमान 15 से 19 डिग्री के बीच बना हुआ है। मौसम का यह दोहरा मिजाज दिन में भी देखने को मिल रहा है। कहीं हल्की धूप लोगों को राहत दे रही है तो कई जगहों पर बादल छाए रहने से दिन में भी ठंडक बनी हुई है।

मौसम में उतार-चढ़ाव की वजह क्या है?

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, हवा के रुख में लगातार हो रहे बदलाव और हल्के बादलों की मौजूदगी के कारण यह स्थिति बनी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि दक्षिण भारत में एक निम्न दाब क्षेत्र सक्रिय है, जिसके प्रभाव से मध्य प्रदेश तक नमी पहुंच रही है और बादल छा रहे हैं। इसी वजह से दिन के तापमान में गिरावट और रात के पारे में उतार-चढ़ाव दर्ज हो रहा है।

आमतौर पर पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से आने वाली उत्तरी हवाएं प्रदेश में ठंड बढ़ाती हैं। लेकिन इस बार हवा की दिशा बार-बार बदलने से ये सर्द हवाएं सीधे मध्य प्रदेश नहीं पहुंच पा रही हैं। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण बादल छाने से दिन में ठंडक बढ़ी है, लेकिन रात का तापमान कुछ जगहों पर 5 से 6 डिग्री तक बढ़ भी गया है।

इन शहरों में रही सबसे ज्यादा ठंड

बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई शहरों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई। छतरपुर का नौगांव 7.8 डिग्री के साथ सबसे सर्द रहा। इसके अलावा मुरैना में 8.8, रीवा में 8.9, दतिया और चित्रकूट में 9.6, खजुराहो में 9.8 और ग्वालियर में 9.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। वहीं, भोपाल में 15.4, इंदौर में 15.1, जबलपुर में 15.2 और उज्जैन में 16.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

नवंबर ने तोड़े 84 साल के रिकॉर्ड

गौरतलब है कि इस साल नवंबर का महीना ठंड के मामले में रिकॉर्ड तोड़ रहा। भोपाल में 84 साल बाद नवंबर सबसे ठंडा रहा, जबकि इंदौर में 25 साल का रिकॉर्ड टूट गया। प्रदेश में महीने की शुरुआत से ही ठंड ने दस्तक दे दी थी और लगातार 15 दिनों तक शीतलहर का प्रकोप जारी रहा। इसका मुख्य कारण पहाड़ों पर समय से पहले हुई बर्फबारी को माना गया था, जिससे ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों तक जल्दी पहुंच गईं।