कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के बाद से सार्वजनिक रूप से अनुपस्थित चल रहे मंत्री विजय शाह करीब एक महीने बाद मंगलवार को कैबिनेट बैठक में नजर आए। इससे पहले, सोमवार को शहडोल के ब्यौहारी में बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वह पहली बार मंच पर दिखे, जहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ मंच साझा किया। इस विवाद के चलते मंत्री शाह इससे पहले दो कैबिनेट बैठकों से गैरहाज़िर रहे थे।
SIT कर रही जांच, सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक
विवादित टिप्पणी को लेकर विजय शाह ने तीन बार माफी मांगते हुए वीडियो संदेश जारी किए थे, लेकिन अब तक किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग नहीं लिया था। उनके बयान की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) कर रहा है, और फिलहाल शीर्ष अदालत के आदेश के चलते उनकी गिरफ्तारी पर रोक है। ब्यौहारी में आयोजित कार्यक्रम के पोस्टर पर न तो उनका नाम था और न ही तस्वीर, बावजूद इसके उन्होंने न सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि मुख्यमंत्री के साथ मंच भी साझा किया। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ा दी है, खासकर इसलिए क्योंकि विजय शाह आदिवासी गौंड समुदाय से हैं, जिसकी प्रदेश की कुल जनसंख्या में लगभग 21% हिस्सेदारी है।
