Swachh Survekshan 2024: सर्वेक्षण दल ने करीब 15 दिन इंदौर में रहकर अलग-अलग क्षेत्रों में सर्वे कर इंदौर की सफाई व्यवस्था को करीब से देखा था। बता दें दल के सदस्यों ने कई क्षेत्रों में घंटों गुजारे और वहां के रहवासियों से चर्चा कर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, कचरा निपटान आदि के बारे में जानकारी ली थी। वहीं सफाई मित्रों के लिए मोबाइल एप बनाया गया है।
दरअसल, इंदौर एक बार स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में सभी शहरों को पीछे छोड़ पहले पायदान पर पहुंच गया है। ये इंदौर के लिए एक और सबसे बड़ी उपलब्धि है। इस बार फिर इंदौर सातवीं बार स्वच्छ सर्वेक्षण का पुरस्कार अपने नाम कर लिया गया है। इंदौर को इस स्वच्छता में 7 स्टार रेटिंग मिली है। इसी के साथ इंदौर एक फिर से देश का सबसे स्वच्छ शहर बन गया है । इंदौर के साथ सूरत को ये स्वच्छ शहर का अवार्ड दिया गया है।
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नगर निगम ने इस साल खुद को पहले पायदान पर बनाए रखने के लिए कई नवाचार भी किए। बता दें नो थू-थू अभियान के जरिए सड़कों और डिवाइडरों को साफ बनाए रखा, तो सिग्नल ऑफ- इंजिन आफ अभियान के जरिए शहर की आबोहवा को साफ करने का प्रयास किया गया।
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इसी के साथ भोपाल को क्लीनेस्ट कैपिटल का ख़िताब मिला है। यह संपूर्ण राज्य के लिए काफी गौरव की बात है। भोपाल के साथ अमरकंटक, महू और बुधनी को भी अवॉर्ड मिले है। यह खबर सुनते ही संपूर्ण राज्य में ख़ुशी की लहर है। दिल्ली में इस कार्यक्रम के दौरान मध्यप्रदेश से सीएम मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ अन्य नेता भी मौजूद रहें।