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अगले 24 घंटों में इन 16 जिलों में होगी मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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By Raj RathorePublished On: August 15, 2025

मध्यप्रदेश में एक बार फिर मानसून ने जोर पकड़ लिया है। प्रदेश में नया और मजबूत मौसम तंत्र सक्रिय होते ही लगातार झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार 15 अगस्त को इंदौर, उज्जैन, जबलपुर सहित 23 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, देवास, खंडवा और बुरहानपुर जिलों के लिए अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। कई इलाकों में सुबह से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है, जिससे स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों में व्यवधान पड़ने की आशंका बनी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 17 अगस्त को प्रदेश में और तेज बारिश हो सकती है, जिसके चलते अगले तीन दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी है।

किन जिलों में होगी तेज बारिश

अगले 24 घंटों में इन 16 जिलों में होगी मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग ने मालवा-निमाड़ क्षेत्र में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अब तक इस मानसून सीजन में इंदौर और उज्जैन संभाग में सबसे कम बारिश दर्ज की गई थी, ऐसे में यह दौर वहां के लिए राहत लेकर आया है। विभाग के आंकड़ों के अनुसार, देवास, खंडवा और बुरहानपुर जिलों में अगले 24 घंटों में करीब 8.5 इंच तक बारिश हो सकती है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है। वहीं, इंदौर, उज्जैन, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, नीमच, मंदसौर, सीहोर, हरदा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, जबलपुर, बालाघाट, मंडला और डिंडौरी में 4.5 इंच तक बारिश का अनुमान है, जहां यलो अलर्ट जारी है। भोपाल, ग्वालियर और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।

भारी वर्षा के पीछे कारण

सीनियर मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, इस समय प्रदेश में एक साथ कई सक्रिय मौसम प्रणालियां काम कर रही हैं। इनमें एक ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश से होकर गुजर रही है, एक सक्रिय मानसून ट्रफ, तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक लो-प्रेशर एरिया शामिल हैं। इन सभी के संयुक्त प्रभाव से बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल दोनों में वृद्धि हो रही है।

अब तक का वर्षा आंकड़ा

आंकड़ों के मुताबिक, इस मानसून में अब तक मध्यप्रदेश में 30.3 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि औसत मौसमी कोटा 37 इंच का है। यानी प्रदेश ने अपने बारिश के लक्ष्य का करीब 82% पूरा कर लिया है। अब सिर्फ 6.7 इंच बारिश और होने पर सीजन का औसत पूरा हो जाएगा। कुछ जिलों में तो औसत से 6.4 इंच ज्यादा वर्षा हो चुकी है।

अगस्त में पूरा हो सकता है बारिश का कोटा

विशेषज्ञों का कहना है कि अगस्त के दूसरे पखवाड़े में एक और तेज बारिश का दौर शुरू होगा, जो महीने के अंत तक जारी रह सकता है। इस वजह से संभावना है कि अधिकांश जिलों का वार्षिक वर्षा कोटा अगस्त में ही पूरा हो जाएगा। ग्वालियर सहित 10 जिलों ने यह लक्ष्य पहले ही प्राप्त कर लिया है, हालांकि इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति अब भी अपेक्षाकृत कमजोर है। क्षेत्रवार आंकड़ों से पता चलता है कि पूर्वी मध्यप्रदेश (जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग) में 33% अधिक वर्षा हुई है, जबकि पश्चिमी मध्यप्रदेश (भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग) में 21% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। कुल मिलाकर, पूरे राज्य में अब तक औसतन 27% अधिक वर्षा हुई है, जो इस मानसून के जोरदार प्रदर्शन का संकेत देती है।