इंदौर को बाढ़ से बचाने की शुरू करो तैयारी, अबकी बार नहीं चलेगी लापरवाही, महापौर ने जारी किया अल्टीमेटम

देश के कई हिस्सों में मानसून से पहले ही भारी बारिश शुरू हो गई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। इंदौर में भी अलर्ट के मद्देनज़र महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अधिकारियों को सतर्क रहकर जलभराव से निपटने की ठोस योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।

Abhishek Singh
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मानसून आने से पहले ही देश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश शुरू हो गई है, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ा है। इंदौर में भी मौसम विभाग ने तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसे ध्यान में रखते हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने नगर निगम के अधिकारियों को सतर्क रहने और संभावित जलभराव से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। महापौर ने अधिकारियों से कहा है कि तुरंत कार्ययोजना तैयार करें, ताकि समय पर जरूरी व्यवस्थाओं की समीक्षा और क्रियान्वयन हो सके।

इंदौर पर भी मंडरा रहा है पुणे जैसा खतरा

पिछले दो दिनों से पुणे और आसपास के इलाकों में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने इसी तरह की भारी वर्षा की संभावना इंदौर में भी जताई है। ऐसी स्थिति में नगर निगम प्रशासन को पहले से पूरी तरह चौकन्ना रहने की जरूरत है, ताकि यहां पुणे जैसे हालात न बनें। लगातार हो रही मांगों के बीच यह ज़रूरी हो गया है कि बारिश से जनसुविधाओं पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए समय रहते आवश्यक कदम उठाए जाएं।

महज 2 इंच बारिश और थम जाती है इंदौर की रफ्तार

जब इंदौर में एक साथ 2 इंच बारिश होती है, तो शहर की सड़कों पर जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। इससे वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है — ट्रैफिक थम जाता है और कई वाहनों के बीच रास्ते में बंद हो जाने की घटनाएं आम हो जाती हैं। देश की टॉप स्मार्ट सिटी में गिने जाने वाले इंदौर में मानसून के हर सीजन में यही दुश्वारियां सामने आती हैं, जो नगर निगम की तैयारियों पर गंभीर सवाल उठाती हैं।

हर जलभराव क्षेत्र की होगी सघन मॉनिटरिंग

महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा गठित एक विशेष टीम नगर निगम की तैयारियों की गहन समीक्षा करेगी। टीम यह जांचेगी कि पिछले वर्ष किन इलाकों में जलभराव की समस्या सबसे अधिक रही और इस बार उन स्थानों पर क्या सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं। खास बात यह है कि वर्षों बाद पहली बार मानसून के आगमन से पहले ही इतनी विस्तृत समीक्षा बैठक की जा रही है। इस प्रयास का उद्देश्य समय रहते हालात पर नियंत्रण पाना और नागरिकों को राहत देना है।