Shivam Verma Collector : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में प्रशासनिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कलेक्टर शिवम वर्मा ने एक कड़ा कदम उठाया है। उन्होंने काम में गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप में महू तहसील के तीन पटवारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस कार्रवाई से जिले के राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार, कलेक्टर वर्मा को पिछले कुछ समय से महू तहसील के कुछ पटवारियों के खिलाफ काम में ढिलाई और गंभीर अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों की प्रारंभिक जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है। निलंबित किए गए तीनों पटवारी महू तहसील के अलग-अलग हल्का क्षेत्रों में पदस्थ थे।
गंभीर लापरवाही
जिला प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक, इन पटवारियों के खिलाफ अपने कार्यक्षेत्र में आम जनता के कामों को बेवजह लटकाने और राजस्व संबंधी रिकॉर्ड को सही ढंग से मेंटेन न करने जैसे आरोप थे। कलेक्टर शिवम वर्मा ने इन मामलों को गंभीरता से लिया और जांच के बाद प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर निलंबन का आदेश जारी कर दिया।
कलेक्टर की चेतावनी
इस बड़ी कार्रवाई के बाद कलेक्टर शिवम वर्मा ने एक स्पष्ट संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि जिले में किसी भी स्तर पर प्रशासनिक लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि पटवारियों द्वारा की जा रही अन्य लापरवाहियों की जांच भी जारी है। यदि जांच में कोई और दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी इसी तरह की सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर के इस रुख से साफ है कि वह आम जनता से सीधे जुड़े राजस्व विभाग के कामकाज को लेकर बेहद गंभीर हैं और पारदर्शिता व जवाबदेही सुनिश्चित करना चाहते हैं।
प्रशासनिक महकमे में हड़कंप
एक साथ तीन पटवारियों के निलंबन की खबर फैलते ही जिले के प्रशासनिक महकमे, खासकर राजस्व विभाग के कर्मचारियों में खलबली मच गई है। इस कार्रवाई को अन्य कर्मचारियों के लिए एक चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है कि वे अपने कर्तव्यों का पालन पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करें, वरना उन पर भी गाज गिर सकती है। यह कदम शासन की जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा माना जा रहा है।










