इंदौर में फिलहाल छह किलोमीटर रूट पर मेट्रो ट्रेन संचालित हो रही है, लेकिन यात्रियों की संख्या में गिरावट देखी गई है। अब मेट्रो प्रशासन की योजना अगले छह महीनों में 11 किलोमीटर रूट को पूरी तरह शुरू करने की है। इसका केंद्रबिंदु आठ मेट्रो स्टेशनों का निर्माण कार्य है, जिसमें सबसे अधिक समय लग रहा है। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी चैतन्य कृष्णा ने हाल ही में तीसरी बार इस रूट पर ट्रॉली रन किया है। अब कोच ट्रायल की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और अगले तीन महीनों में कोच रन की उम्मीद की जा रही है।
अधिकारियों का मानना है कि यदि एयरपोर्ट से लेकर रेडिसन चौराहा तक 17 किलोमीटर लंबे रूट पर मेट्रो का संचालन शुरू होता है, तो इससे व्यावसायिक संचालन को काफी लाभ मिल सकता है। हालांकि, इस हिस्से में मेट्रो स्टेशन अब तक तैयार नहीं हो पाए हैं, जिसके चलते शहरवासियों को मेट्रो सेवा के लिए एक साल तक का इंतजार करना पड़ सकता है। जब तक स्टेशन निर्माण पूरा नहीं होता, तब तक ट्रेन का संचालन संभव नहीं है।
हाल ही में हुए ट्रॉली रन में कुल 11 मेट्रो स्टेशनों को शामिल किया गया, जिनमें मालवीय नगर चौराहा, विजय नगर चौराहा, मेघदूत गार्डन, बापट चौराहा, हीरानगर, चंद्रगुप्त चौराहा, आईएसबीटी, एमआर-10 रोड, भौरासला चौराहा, सुपर कॉरिडोर-1 और सुपर कॉरिडोर-2 स्टेशन शामिल हैं। इन सभी स्टेशनों का निर्माण कार्य अभी जारी है।
निरीक्षण के दौरान प्रत्येक स्टेशन पर सिविल कार्यों, संरचनात्मक मजबूती, प्रवेश और निकास द्वार, लिफ्ट, एस्केलेटर और कंट्रोल रूम जैसी प्रमुख सुविधाओं का गहन परीक्षण किया गया। इसके साथ ही तकनीकी स्थिति, सुरक्षा मानकों, यात्रियों की सुविधाओं और सिस्टम इंटीग्रेशन की स्थिति का भी बारीकी से मूल्यांकन किया गया।
सिंहस्थ में मेट्रो बनेगी यात्रियों की जीवनरेखा
यदि अगले तीन वर्षों में एयरपोर्ट से रेडिसन चौराहा तक मेट्रो का कमर्शियल संचालन शुरू हो जाता है, तो सिंहस्थ मेले के दौरान मेट्रो को सर्वाधिक यात्रियों का लाभ मिल सकता है। आकलन है कि उस समय प्रतिदिन पाँच लाख से अधिक लोग इंदौर होते हुए सिंहस्थ के लिए यात्रा करेंगे, जिनमें से अधिकांश यात्री मेट्रो सेवा का ही सहारा लेंगे।
अन्य शहरों से आने वाली अधिकांश यात्री बसों का ठहराव कुर्मेड़ी बस स्टैंड पर होगा। वहीं, एयरपोर्ट पहुंचने वाले यात्री भी मेट्रो के माध्यम से विजय नगर तक आसानी से यात्रा कर सकेंगे। मेट्रो के 17 किलोमीटर लंबे मार्ग में एयरपोर्ट और एक बस स्टैंड भी शामिल हैं। अनुमान है कि तीन साल बाद आयोजित होने वाले सिंहस्थ मेले के दौरान सबसे अधिक यात्री मेट्रो सेवा का उपयोग करेंगे।