1 मार्च से शुरू होगी समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी, इतने रुपए में प्रति क्विंटल खरीदेगी सरकार

Indore Gehun Kharidi 2025 : इंदौर जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 1 मार्च से जिले में 91 खरीदी केंद्रों पर गेहूं की खरीदी शुरू होगी। इस साल किसानों से 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर गेहूं लिया जाएगा, जिसमें केंद्र सरकार की 150 रुपए और राज्य सरकार की 175 रुपए प्रति क्विंटल की बोनस राशि शामिल है।

अब तक जिले में 20,955 किसानों ने गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण कराया है। यह जानकारी सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में हुई अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक में दी गई। बैठक में अपर कलेक्टर गौरव बेनल ने समय सीमा में लंबित पत्रों के निपटारे की समीक्षा की।

खरीदी केंद्रों (Khareedee Kendra) पर सुविधाओं का विशेष ध्यान 

इंदौर के कलेक्टर कार्यालय में हुई एक बैठक में खरीदी केंद्रों की तैयारियों की समीक्षा की गई। इस बैठक में अपर कलेक्टर गौरव बेनल, जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन, इंदौर विकास प्राधिकरण के सीईओ आर.पी. अहिरवार समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए।

1 मार्च से शुरू होगी समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी, इतने रुपए में प्रति क्विंटल खरीदेगी सरकार

अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो और खरीदी केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। तौल कांटा, बारदाना (बोरी), पेयजल, बैठने की व्यवस्था और अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

समय पर भुगतान और पारदर्शी प्रक्रिया

कृषि उपज की खरीदी को पारदर्शी बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने विशेष कदम उठाए हैं, ताकि किसानों को बिना किसी देरी के उनका उचित मूल्य मिल सके। अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि खरीदी केंद्रों पर कोई गड़बड़ी न हो और भुगतान समय पर किया जाए।

इस बार गेहूं की खरीदी प्रक्रिया को और अधिक डिजिटल और सुव्यवस्थित बनाया गया है, जिससे किसानों को दलालों और बिचौलियों से बचाया जा सके। सभी किसानों की उपज का रिकॉर्ड रखा जाएगा और भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया जाएगा।

गेहूं की खरीदी से जुड़े अहम पहलू (Gehun Kharidi)

  • खरीदी प्रारंभ – 1 मार्च 2025
  • कुल खरीदी केंद्र – 91 (इंदौर जिले में)
  • समर्थन मूल्य (MSP) – ₹2,600 प्रति क्विंटल
  • किसानों का पंजीकरण – 20,955 किसान
  • तौल और भुगतान – उसी दिन तुलाई और भुगतान की व्यवस्था