इंदौर : निगम चुनाव के रिजल्ट का काउंटडाउन हुआ शुरू, नए महापौर को मिलेंगे ये तोहफे

इंदौर(Indore) : जैसे जैसे 17 तारीख नजदीक आती जा रही है महापौर और पार्षद प्रत्याशियों के दिल की धड़कने बढ़ती जा रही है। निगम चुनाव 2022 के नतीजे भले ही रविवार को सार्वजनिक हो जाएंगे, लेकिन अभी प्रत्याशी अपनी जीत के लिए मंदिरों में जाकर अपनी जीत के लिए आशीर्वाद मांग रहे है। चुनाव में मतदाताओं ने जो काम करना था वह कर लिया, बस अब प्रत्याशी अपनी किस्मत और भगवान के आशीर्वाद के सहारे उम्मीद लगाए बैठे है।

इधर, शहरवासियों की निगाहें चुनाव परिणाम पर टिकी हुई है। इंदौर नगर निगम क्षेत्र में कुल 18 लाख 35 हजार 317 मतदाताओं में से कुल 11 लाख 17 हजार 300 मतदाताओं ने मतदान किया इन मतदाताओ ने किसको चुना है , रविवार को पता चल जाएगा। थोड़ा इंतजार कीजिये नए महापौर के नेतृत्व में स्थानीय सरकार बनने में अब केवल 120 घंटे शेष रह गए है।

निगम चुनाव का परिणाम तय करेगा विधानसभा चुनाव का चेहरा

इंदौर : निगम चुनाव के रिजल्ट का काउंटडाउन हुआ शुरू, नए महापौर को मिलेंगे ये तोहफे

अगले साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस किन चेहरों पर चुनाव लड़ेगी, ये नगर निगम चुनाव परिणाम से तय होगा। इसीलिए निगम चुनाव को सत्ता का सेमीफाइनल माना गया है। सीएम शिवराज के लिए ये चुनाव काफी महत्वपूर्ण है, अगर वे भाजपा को निगम चुनाव में सफलता नही दिला पाए तो तय मान लीजिए आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी शिवराज के चेहरे पर चुनाव नही लड़ेगी। यही स्थिति कांग्रेस की भी रहेगी। मान लो अगर परिवर्तन होता है तो भाजपा के पास ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसा मजबूत चेहरा है, लेकिन कांग्रेस के पास सिंधिया को टक्कर देने के लिए फिलहाल कोई नही है।

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मतदान प्रतिशत ने उलझाया गणित इंदौर में इस बार 60.88 फीसदी मतदान हुआ है इसमें प्रत्याशी अपनी वोट को लेकर गणित में उलझे हुए हैं। दोनों सीटों पर भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य दल अपनी जीत के लिए विभिन्न क्षेत्रों से फीडबैक जुटा रहे है जबकि दूसरी ओर प्रत्याशी में देवी देवताओं से जीत का आशीर्वाद मांग रहे है।

दिल की धड़कने हुई तेज…

अब जबकि मतगणना की तिथि काफी निकट आ चुकी है और इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से जोरदार तैयारियां आरंभ कर दी गई है, आम जनता में उत्सुकता के में साथ-साथ प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के दिलों की धड़कने भी काफी तेज हो गई है। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के संभावित चुनाव परिणामों को लेकर चर्चा शबाब पर है। किस विधानसभा से किसको कितने वोट मिले।

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लोग अपने अपने तरीके से मतदान केंद्रों पर हुई वोटिंग की समीक्षा कर परिणामों को लेकर भी संभावनाएं जता रहे हैं। लेकिन असल स्थिति तो 17 जुलाई को सामने आएगी, जब ईवीएम का सील टूटेगा, मतगणना होगी और चुनाव परिणाम सामने आएंगे। इस बीच निकट आती मतगणना की तारीख के साथ ही परिणाम जानने की उत्सुकता जिले की आम जनता में भी काफी बढ़ती जा रही है।

शहर के विकास के लिए 5 साल तक लड़ना होगा

निगम चुनाव में जीत हासिल करने वाले नए महापौर ओर 85 पार्षदों को अगले 5 साल शहर के विकास और निगम की आर्थिक सेहत ठीक करना होगी। इसके अलावा निगम के अधूरे पड़े प्रोजेक्टों को पूरा करना , आय के नए स्त्रोत पैदा करना , फंड बढ़ाना, सड़क , गड्ढे , लेफ्ट टर्न , अतिक्रमण , जलप्रदाय व्यवस्था , पानी का संकट जैसे काम करना होंगे। ये सभी समस्याएं एक बड़ी चुनोती रहेगी।