इंदौर। आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रो में निर्माणधीन सडक निर्माण कार्यो का अवलोकन किया गया। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्री अभय राजनगांवकर, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, राकेश अखण्ड, सहायक यंत्री नरेश जायसवाल, राग अग्रवाल व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
![इंदौर आयुक्त ने भंवरकुंआ से तेजाजी नगर तक निर्माणधीन रोड के मध्य डिवाईडर का कार्य कल से शुरू करने के दिए निर्देश 6](https://ghamasan.com/wp-content/uploads/2023/04/WhatsApp-Image-2023-04-27-at-8.59.56-PM.jpeg)
आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा सर्वप्रथम स्कीम नंबर 140 से नेमावर रोड होते हुए, नायता मुंडला तक निर्माणधीन आरई 2 रोड निर्माण का अवलोकन किया गया, उक्त निर्माणधीन सडक में बाधाक निर्माण को शिफ्ट करने के संबंध में नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये तथा कार्य की गति बढाने के लिये भी संबंधित कार्य कर रही एजेंसी को निर्देशित किया गया।
इसके पश्चात भंवरकुंआ चौराहा से तेजाजी नगर ब्रिज तक निर्माणधीन सडक का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियो द्वारा पोल शिफ्टिंग, धार्मिक स्थल शिफ्टिंग के संबंध में जानकारी दी गई, जिस पर आयुक्त द्वारा सडक निर्माण में जो-जो भी सडक निर्माण में बाधक है उन्हे शिफ्ट करने तथा सडक निर्माण के मध्य डिवाईडर निर्माण का कार्य कल से प्रारंभ करने तथा कार्य को तेजी से करने के संबंध में संबंधित अधिकारियो को निर्देश दिये गये। इसके साथ ही बाधक निर्माण से संबंधित विभाग, संस्था आदि जो भी हो उनके संबंध में जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये ताकि बाधक हटाने के संबंध में चर्चा उपरांत निर्णय लिया जा सके। आयुक्त श्रीमती सिंह द्वारा रोड निर्माण के दौरान स्टॉम वॉटर लाईन की जानकारी भी चाही गई जो कि प्लान में नही होने से प्राथमिकता से जिस-जिस स्थान पर स्टॉम वॉटर लाईन डालना है उसका प्रपोजल तैयार कर प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये गये ।
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आयुक्त सिंह द्वारा भण्डारी ब्रिज के नीचे से बाणगंगा रेल्वे क्रासिंग तक एमआर 4 रोड का भी निरीक्षण किया गया, यहां पर सडक निर्माण में बाधक औद्योगिक इकाईयां व निजी भूमि की डिटेल जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही बाणगंगा रेल्वे क्रांसिंग से आईएसबीटी एमआर 10 तक निर्माणाधीन आरडब्ल्यु 1 रोड का भी निरीक्षण किया गया तथा यहां पर औद्योगिक व निजी भूमि जो बाधक स्थल है उन पर समन्वय कर चर्चा उपरांत बाधाऐं दूर करने के निर्देश दिये गये तथा बाधक के संबंध में डिटेल जानकारी से अवगत कराने के निर्देश दिये गये।