13 और 14 सितंबर को यूथ की आवाज़ (दिल्ली), आस संस्था और शेडो संस्था के संयुक्त प्रयास से इंदौर शहर में “इंदौर क्लाइमेट लीग” कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस पहल के तहत शहर के 85 वार्डों के लगभग 100 किशोर-किशोरियों के साथ दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला के दौरान युवाओं ने चर्चा की कि कैसे इंदौर में समय के साथ बदलाव आए हैं, वे जलवायु परिवर्तन के प्रभाव जैसे बढ़ती गर्मी, पानी के संकट और बीमारियों का सामना कैसे कर रहे हैं, और किस तरह वे बदलाव की अगुवाई करने के लिए तैयार हैं।कार्यशाला में किशोर प्रतिभागियों ने अपने-अपने मोहल्लों के नक्शे तैयार किए। इन नक्शों में उन्होंने उन जगहों को चिन्हित किया जो उन्हें सुरक्षित, आनंदमय और गर्व से भर देते हैं, साथ ही उन स्थानों को भी दर्शाया जिन्हें वे बदलना चाहते हैं।
“इंदौर क्लाइमेट लीग” के माध्यम से शहर के युवा जलवायु परिवर्तन के महत्व को समझेंगे, अपने समुदाय को जागरूक करेंगे और हरित व टिकाऊ भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आगामी महीनों में 50 चयनित युवा परिवर्तनकर्ता अपने मोहल्लों में हाइपरलोकल जलवायु-लचीलापन परियोजनाएं तैयार करेंगे और उन्हें लागू करेंगे। यह परियोजनाएं इंदौर की शहरी स्थानीय संस्थाओं और राष्ट्रीय शहरी कार्य संस्थान के सहयोग से संचालित होंगी।
इस अवसर पर कबीर जन विकास समूह से डॉ. सुरेश पटेल, स्वच्छ भारत मिशन से डॉ. हिमांशु शुक्ला, सजेस्ट संस्था से शालिनी शुक्ला तथा पहल संस्था से प्रवीण और अनुपा गोखले विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस पहल के जरिए किशोर अपने लिए एक बेहतर शहर बनाने की ओर कदम बढ़ाएंगे।