भोपाल। मध्य प्रदेश के कॉलेज विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। दरअसल उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से छात्रों के हित में एक बड़ा फैसला लिया गया है। 25 मई यानी आज से जहां एक तरफ कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होगी तो वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के सभी महाविद्यालयों को परिवहन व्यवस्था अनिवार्य रूप से लागू करने की बात कही जा रही है। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन सिंह यादव के द्वारा सभी महाविद्यालयों में परिवहन व्यवस्था लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सभी महाविद्यालयों में परिवहन की व्यवस्था आगामी जुलाई 2023 से मिलने लगेगी। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन सिंह यादव के द्वारा छात्रों के हित को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। उनका कहना है कि कालेज पहुंचने में छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। परिवहन व्यवस्था मिलने की बाद छात्राओं को आवागमन में परेशानी नहीं होगी।
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दरअसल 6 विश्वविद्यालय रानी दुर्गावती विवि जबलपुर, देवी अहिल्या विवि इंदौर, बरकतउल्ला विवि भोपाल, अवधेश प्रताप सिंह विवि रीवा, जीवाजी विवि ग्वालियर और विक्रम विवि उज्जैन में इन्क्यूवेशन सेंटर स्थापित किया गया है। इस बात की जानकारी उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा दी गई है। वही इन विश्वविद्यालय के द्वारा 27 पेटेंट प्रगतिशील है।
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प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा केसी गुप्ता ने बताया कि साल 2019-2020 के नियुक्त 2848 सहायक प्राध्यापकों में से प्रथम चरण में 674 सहायक प्राध्यापकों, ग्रंथपालों, क्रीड़ा अधिकारियों की परिवीक्षा समाप्ति के आदेश जारी हो चुके हैं। 862 सहायक प्राध्यापकों,ग्रंथपालों,क्रीड़ा अधिकारियों के शैक्षणिक अभिलेखों का सत्यापन हो चुका है। इनमें से 175 प्रकरणों में पुलिस सत्यापन पूर्ण कर सूची परिवीक्षा समाप्त करने के लिए शासन को भेजी गई है।