MP Development 2025 : मध्य प्रदेश के लिए साल 2025 विकास की नई इबारत लिखने वाला वर्ष साबित हुआ है। बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर लाखों करोड़ रुपये की सौगातें प्रदेश को दी हैं। सड़क, फ्लाईओवर, मेट्रो रेल और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास इस साल संपन्न हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कई मौकों पर खुद मौजूद रहकर इन विकास कार्यों को जनता को समर्पित किया। इन परियोजनाओं का सीधा असर प्रदेशवासियों के जीवन स्तर और रोजगार के अवसरों पर पड़ने की उम्मीद है।
मेट्रो से जुड़ीं इंदौर और भोपाल की राहें
शहरी परिवहन के क्षेत्र में मध्य प्रदेश ने इस साल बड़ी छलांग लगाई है। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को 31 मई 2025 को अपनी पहली मेट्रो की सौगात मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली जुड़कर लगभग 8,400 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना का लोकार्पण किया।
वहीं, साल के अंत में राजधानी भोपाल को भी मेट्रो की सुविधा मिल गई। 21 दिसंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरी झंडी दिखाकर भोपाल मेट्रो की शुरुआत की। 10,033 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधरने के साथ-साथ प्रदूषण में कमी आने की भी संभावना है।
हेल्थ और टेक्सटाइल सेक्टर में बड़े कदम
फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में कैंसर हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर की आधारशिला रखी। यह बुंदेलखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है।
इसके अलावा, सितंबर 2025 में धार जिले के भैंसोला में भारत के पहले पीएम मित्र पार्क (PM MITRA Park) का भूमिपूजन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया। यह एक एकीकृत टेक्सटाइल पार्क है, जहां कपास से लेकर कपड़े तैयार करने तक की पूरी प्रक्रिया एक ही स्थान पर होगी। इसका उद्देश्य किसानों को लाभ पहुंचाना और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करना है।
सड़क और फ्लाईओवर से बदली शहरों की तस्वीर
सड़क परिवहन को सुगम बनाने के लिए अप्रैल 2025 में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 10 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इन परियोजनाओं से छोटे शहरों की कनेक्टिविटी बड़े महानगरों से बेहतर होगी।
जबलपुर शहर को भी अगस्त महीने में एक बड़ी सौगात मिली। यहां प्रदेश के सबसे लंबे (करीब 7 किलोमीटर) फ्लाईओवर का उद्घाटन किया गया। 1,200 करोड़ रुपये की लागत से बने इस फ्लाईओवर ने शहर की ट्रैफिक समस्या को काफी हद तक सुलझा दिया है।
ग्वालियर समिट और ऊर्जा क्षेत्र में निवेश
साल के अंत में 25 दिसंबर को ग्वालियर में ‘अभ्युदय एमपी ग्रोथ समिट’ का आयोजन हुआ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में इस समिट के दौरान 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया। इससे प्रदेश में लगभग 1.9 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना जताई गई है।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सरकार ने कदम उठाए हैं। मई 2025 में भोपाल और नीमच में भोज नर्मदा गेटवे और 10 एमवी के सौर ऊर्जा संयंत्र जैसी परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, जो रिन्यूएबल एनर्जी पर सरकार के फोकस को दर्शाता है।










