मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी की प्रतीक्षा कर रहे युवाओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण खबर है। आगामी सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में 5,000 नए होमगार्ड पदों पर भर्ती की जाएगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में आयोजित होमगार्ड स्थापना दिवस समारोह के दौरान की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने परेड की सलामी ली और विभाग के कार्यों की सराहना की। उन्होंने यह भी बताया कि बैगा, सहरिया और भारिया समुदायों के लिए विशेष बटालियन का गठन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में ‘मुख्यमंत्री अदम्य साहस पुरस्कार’ की भी घोषणा की, जिसके तहत 10 टीमों को 51-51 हजार रुपये की राशि से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान हर वर्ष प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने अनुकंपा अनुदान राशि बढ़ाने, प्रदेश के प्रत्येक देवालय में होमगार्ड द्वारा नियमित प्रार्थना आयोजन तथा जवानों के लिए स्थायी आवास की व्यवस्था से संबंधित योजनाओं की जानकारी भी साझा की।
डॉ. मोहन यादव ने दो माह के सेवा बाध्यकाल को समाप्त करने का निर्णय भी घोषित किया। उन्होंने कहा कि होमगार्ड हमेशा अग्रिम पंक्ति में कार्य करते हैं—“वे न पुलिस से कम हैं और न उनसे अलग।” मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष जलभराव और आपदा की परिस्थितियों में होमगार्ड कर्मियों ने 5 हजार से अधिक लोगों की जान बचाई और स्वयं को “जनसेवा के जलदूत” के रूप में सिद्ध किया।









