महाकाल मंदिर में भस्म आरती के बदले नियम, अब दर्शन करने वालें भक्तों की संख्या होगी कम, सुरक्षा व्यवस्था होगी और कड़ी

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By Srashti BisenPublished On: May 9, 2025
Ujjain News

उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्थाओं को और अधिक सुव्यवस्थित व सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से मंदिर समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।

बैठक की अध्यक्षता उज्जैन कलेक्टर एवं मंदिर समिति के अध्यक्ष रोशन कुमार सिंह ने की। इस बैठक में मंदिर से जुड़े कई अहम प्रस्तावों और प्रशासनिक सुधारों पर निर्णय लिए गए।

प्रवेश द्वारों पर सजावटी गेट और बढ़ेगी सुरक्षा

मंदिर के सभी प्रवेश मार्गों पर अब सौंदर्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अर्नामेंटल गेट बनाए जाएंगे। इसके साथ ही भस्म आरती में बैठने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित किया जाएगा, ताकि सुरक्षा प्रबंधन बेहतर हो सके। ज्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन का लाभ देने के लिए अब चलित भस्म आरती की व्यवस्था की जाएगी।

ई-कार्ट के लिए पार्किंग और चार्जिंग स्टेशन

बैटरी से चलने वाली ई-कार्ट्स को मंदिर परिसर में सुचारू रूप से संचालित करने हेतु इनके लिए अलग से पार्किंग और चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुविधा और मंदिर की पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी अहम माना जा रहा है।

भक्तों की भेंट की जांच के लिए टंच टेस्टिंग मशीन

भक्तों द्वारा भगवान महाकाल को अर्पित की गई मूल्यवान धातुओं (जैसे सोना-चांदी) की शुद्धता जांचने के लिए एक टंच टेस्टिंग मशीन और इसके संचालन हेतु एक प्रशिक्षित ऑपरेटर नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है।

भोजन, प्रसाद और वैदिक शिक्षा के लिए नई योजनाएं

मंदिर द्वारा संचालित नि:शुल्क अन्न क्षेत्र, लड्डू प्रसाद निर्माण केंद्र, भोगघर और वैदिक प्रशिक्षण संस्थान के लिए आवश्यक खाद्यान्न की आपूर्ति हेतु 2025 से 2028 तक की निविदा प्रक्रिया को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान परिसर में रखे पुराने, अनुपयोगी सामानों की नीलामी का भी निर्णय लिया गया।

महत्वपूर्ण सूचना अब स्टेशन और बस स्टैंड पर भी उपलब्ध

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अब मंदिर से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी उज्जैन रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मंदिर गेट और पूछताछ काउंटरों पर प्रदर्शित की जाएगी, जिससे यात्रियों को बेहतर मार्गदर्शन मिल सके।

कर्मचारियों को मिलेगा लंबित भत्ता और अवकाश का भुगतान

बैठक में वर्ष 2024-25 के आय-व्यय बजट को भी स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही मंदिर समिति के कर्मचारियों को जनवरी से अक्टूबर 2024 तक का डीए एरियर (महंगाई भत्ता) और रोके गए साप्ताहिक अवकाश का नकद भुगतान देने का निर्णय लिया गया।

महाकाल परिसर का बुनियादी ढांचा होगा और मजबूत

महाकाल परिसर और महाराजवाड़ा को जोड़ने के लिए एक रिटर्निंग वॉल (सपोर्ट वॉल) बनाने का भी फैसला किया गया है, जिससे संरचना को और अधिक मजबूत किया जा सकेगा।