एमपी को सिंचाई के क्षेत्र में बड़ी सौगात, 2490 करोड़ की परियोजना से बदलेगी 100 गांवों की तस्वीर

मध्यप्रदेश सरकार ने 2489.65 करोड़ की नर्मदा-शिप्रा परियोजना शुरू की है, जिससे उज्जैन और शाजापुर जिलों के 100 गांवों की 30218 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का लाभ मिलेगा।

Srashti Bisen
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मध्यप्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। राज्य सरकार ने 2489.65 करोड़ रुपये की लागत से नर्मदा-शिप्रा बहुउद्देशीय परियोजना की शुरुआत की है, जिससे प्रदेश के 100 गांवों में सिंचाई के पानी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

इस परियोजना से उज्जैन और शाजापुर जिलों के हजारों हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई संभव हो सकेगी, जिससे स्थानीय किसानों की फसल उत्पादकता में भारी इजाफा होने की उम्मीद है।

30218 हेक्टेयर भूमि को मिलेगा सिंचाई का लाभ

इस परियोजना के माध्यम से उज्जैन जिले की तराना तहसील के 83 गांवों और शाजापुर जिले की 17 गांवों को सीधे लाभ पहुंचेगा। कुल मिलाकर 30218 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई के लिए स्थायी जल स्रोत प्राप्त होगा, जिससे फसल की पैदावार बेहतर होगी और किसानों की आय में वृद्धि संभव होगी।

2254 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन से होगा जल वितरण

इस मेगा प्रोजेक्ट के अंतर्गत 2254 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है, जो जल आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखने में सहायक होगी। यह पाइपलाइन न केवल सिंचाई के लिए बल्कि उज्जैन, नागदा, तराना, घट्टिया, शाजापुर और मक्सी जैसे शहरों और कस्बों में पीने के पानी की जरूरत भी पूरी करेगी। साथ ही, यह योजना छोटे उद्योगों को भी जल आपूर्ति प्रदान करेगी।

ओंकारेश्वर जलाशय से होगा जल का लिफ्टिंग सिस्टम

परियोजना के तहत ओंकारेश्वर जलाशय से ग्राम बड़ेल तक अंडरग्राउंड पाइपलाइन द्वारा जल लिफ्ट किया जाएगा। इस कार्य में कुल छह पंपिंग स्टेशन और 25 पंप मोटर लगाए गए हैं। पूरी प्रणाली को संचालित करने के लिए 89 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होगी। यह तकनीकी ढांचा परियोजना की स्थायित्व और सुचारू संचालन को सुनिश्चित करता है।

किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

इस परियोजना से सबसे बड़ा फायदा किसानों को होगा। लंबे समय से जल संकट झेल रहे क्षेत्रों में अब नियमित और पर्याप्त मात्रा में सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा, जिससे खेती को नई ऊर्जा मिलेगी। राज्य सरकार की यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में एक निर्णायक कदम मानी जा रही है।