लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी नेताओं के हंगामे के बाद दोनों सदनों के अध्यक्ष ने विपक्ष के कई नेताओं को निलंबन कर दिया था। जिसको लेकर कॉंग्रेस और कई अन्य विपक्षी पार्टियों ने विरोध प्रदर्शन जारी कर दिया है। संसद से विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ शुक्रवार यानी 22 दिसंबर को I.N.D.I.A के सभी दल जंतर-मंतर पर जुटे। उनके कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतरे हुए हैं।
लोकतंत्र बचाओ प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार समेत विपक्षी पार्टियों के कई बड़े और दिग्गज नेता मौजूद हैं। I.N.D.I.A. गठबंधन आज देशभर में अपने सभी कार्यकर्ताओं से सदन में अपने सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोध का आग्रह कर रहा है। विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित करने का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। देश के हर कोनें में I.N.D.I.A. गठबंधन की सभी पार्टियां ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
इन्हीं ख़बरों के बीच कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी ने कहा कि “आपने सिर्फ 150 लोगों का अपमान नहीं किया, उनकी आवाज को दबाने की कोशिश नहीं की, बल्कि आपने उन लाखों लोगों का अपमान किया है, जिन्होंने उन्हें चुनकर सदन में भेजा है। आपने सोचा कि आप हिंदुस्तान के युवा को डरा सकते हो, मीडिया को डरा सकते हो. लेकिन आप हिंदुस्तान के युवाओं को नहीं समझे।”
राहुल गांधी ने आगे कहा कि “जो खुद को देशभक्त कहते हैं, उनकी हवा निकल गई। जब वो लड़के गैस का सिलेंडर संसद में ले आए तो कुछ भी ला सकते हैं। हम सबने लड़कों को कूदते हुए देखा। देश में भयंकर बेरोजगारी है। उन्होंने सुरक्षा में सेंध में जरूर लगाई। ये गलती भी आपकी है। देश में बेरोजगारी के जिम्मेदार आप हैं। इसी वजह से वे लड़के संसद में आए।”












