दलाई लामा का उत्तराधिकारी स्वतंत्र देश से होगा, चीन से नहीं: अरुणाचल के CM पेमा खांडू

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By Saurabh SharmaPublished On: July 10, 2025

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने एक साक्षात्कार में स्पष्ट रूप से कहा है कि अगला दलाई लामा किसी स्वतंत्र और लोकतांत्रिक देश से होगा, चीन से नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि इस विषय पर अटकलें लगाना ठीक नहीं है क्योंकि दलाई लामा की उत्तराधिकार प्रक्रिया पूरी तरह तय और पारंपरिक है।


पेमा खांडू ने क्या कहा?

अगला दलाई लामा चीन से नहीं होगा क्योंकि वहां लोकतंत्र नहीं है।
वर्तमान दलाई लामा का स्वास्थ्य उत्तम, उनके 130 वर्ष तक जीवित रहने की कामना।
दलाई लामा के उत्तराधिकारी की खोज का कार्य गादेन फोडरंग ट्रस्ट करेगा।
दलाई लामा की परंपरा तिब्बती और हिमालयी क्षेत्र से जुड़ी, चीन की इसमें कोई भूमिका नहीं।

दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर राजनीतिक बयान

मुख्यमंत्री खांडू, जो स्वयं बौद्ध समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और दलाई लामा के अनुयायी हैं, ने कहा कि अगला दलाई लामा किसी ऐसे देश से होगा, जहां लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और धार्मिक आज़ादी हो। उनका स्पष्ट संकेत था कि चीन जैसे सत्तावादी शासन में दलाई लामा का पुनर्जन्म संभव नहीं। उन्होंने कहा, यह बिल्कुल निश्चित है कि अगला दलाई लामा चीन से नहीं होगा, क्योंकि वहां लोकतंत्र नहीं है। वह कहीं भी जन्म ले सकते हैं, किसी भी लोकतांत्रिक देश में।

130 वर्ष तक जीवित रहने की कामना

मुख्यमंत्री ने दलाई लामा के अच्छे स्वास्थ्य की सराहना करते हुए कहा, इस बार उनके 90वें जन्मदिन समारोह में उन्होंने स्वयं कहा कि वह लगभग 130 साल तक जीवित रहेंगे। हम सब यही प्रार्थना करते हैं।

उत्तराधिकारी की प्रक्रिया पूरी तरह तय

पेमा खांडू ने कहा कि दलाई लामा के उत्तराधिकारी की खोज की प्रक्रिया उनके निधन के बाद ही शुरू होती है और यह पूरी प्रक्रिया पारंपरिक नियमों से संचालित होती है। सभी नियम और प्रक्रियाएं तय हैं। इस पर अटकलें लगाना व्यर्थ है कि उनका जन्म कहां होगा – भारत, तिब्बत या किसी और देश में।

चीन की भूमिका पर सवाल

चीन द्वारा दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर आपत्ति जताने पर खांडू ने कहा कि चीन की दलाई लामा परंपरा में कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा, चीन में दलाई लामा की कोई परंपरा नहीं है। यह परंपरा मुख्य रूप से तिब्बती बौद्धों और हिमालयी क्षेत्र में मान्य है। चीन की इस प्रक्रिया में कोई भागीदारी नहीं है।”