मध्यप्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। मामला राजगढ़ जिले का है, जहां कांग्रेस नेता यशवंत गुर्जर ने लाड़ली बहना योजना की लाभार्थी महिलाओं को लेकर ऐसा बयान दे दिया, जिसने राजनीतिक हलचल तेज कर दी। मंच से कही गई यह बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और अब बीजेपी ने इसे कांग्रेस की महिला विरोधी मानसिकता का उदाहरण बताते हुए कड़ा हमला बोला है। विवाद इतना गहरा गया कि प्रदेश की सियासत में इसे लेकर तीखी बयानबाजी शुरू हो गई।
लाड़ली बहनों को लेकर विवादित टिप्पणी
राजगढ़ जिले में कांग्रेस के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष प्रियव्रत सिंह के स्वागत कार्यक्रम में यह पूरा घटनाक्रम हुआ। इस मौके पर मंच पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद थे। इसी दौरान कांग्रेस नेता यशवंत गुर्जर ने लाड़ली बहना योजना की महिलाओं पर बयान देते हुए कहा— “अबकी बार एक साथ जीतेंगे, लाड़ली बहनें सबको बोरियों में भर देंगी।” उनका यह बयान कैमरे में रिकॉर्ड हो गया और तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जैसे ही वीडियो सामने आया, राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया और विरोधियों ने इसे मुद्दा बना लिया।
बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार
बयान के सामने आते ही बीजेपी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया। बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस के नेता महिलाओं का मजाक उड़ाते हैं और उन्हें अपमानित करने वाले शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि जो नेता लाड़ली बहनों को बोरियों में भरने की बात कर रहे हैं, उनकी पत्नी खुद इस योजना का लाभ ले रही हैं। प्रदेश बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने बयान जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर शुरू हुई लाड़ली बहना योजना ने लाखों महिलाओं की जिंदगी बदली है। इससे महिलाओं को आर्थिक सहारा मिलने के साथ समाज में सम्मान भी प्राप्त हुआ है। ऐसे में कांग्रेस नेता का यह बयान महिलाओं का अपमान है और यह कांग्रेस की सोच को दर्शाता है।
कार्यक्रम में नेताओं की चुप्पी और ठहाके
इस विवाद को और ज्यादा गंभीर बना दिया वहां मौजूद अन्य नेताओं की चुप्पी ने। जब यह टिप्पणी दी गई तो मंच पर कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष भी बैठे हुए थे। हैरानी की बात यह रही कि किसी ने इस बयान का विरोध नहीं किया, बल्कि कुछ नेताओं को ठहाके लगाते हुए कैमरे में कैद किया गया। इस रवैये ने बीजेपी को और ज्यादा हमलावर होने का मौका दे दिया। बीजेपी जिला महामंत्री देवी सिंह सौंधिया ने कहा कि कांग्रेस नेता का यह रवैया नारी शक्ति का अपमान है। कांग्रेस को न सिर्फ माफी मांगनी चाहिए, बल्कि अपने नेता पर कार्रवाई भी करनी चाहिए।
सफाई में बोले यशवंत गुर्जर
लगातार बढ़ते विवाद के बीच यशवंत गुर्जर सामने आए और मीडिया के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उनका मकसद महिलाओं का अपमान करना नहीं था। उन्होंने सफाई दी कि— “लाड़ली बहनें मेरी अपनी बहनें हैं। मैं उनका विरोधी कैसे हो सकता हूं? विवादित बयान मेरे शब्द नहीं थे। मंच पर मौजूद एक बुजुर्ग ने मजाक में यह कहा था, मैंने केवल उसे दोहराया था।” गुर्जर ने आगे कहा कि महिलाओं के समर्थन से ही वे राजनीति में आगे बढ़े हैं और जिला पंचायत सदस्य बने हैं, इसलिए उनके खिलाफ बोलने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे चाहते हैं कि पात्र महिलाओं को ₹3000 मासिक लाभ मिले और जिनका नाम योजना से हटाया गया है, उन्हें फिर से शामिल किया जाए।
विवाद और सियासत का असर
इस बयान ने प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है। बीजेपी इसे महिला सम्मान से जोड़कर कांग्रेस पर दबाव बनाने में जुटी है, वहीं कांग्रेस नेता सफाई देकर विवाद शांत करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह का माहौल कार्यक्रम में दिखा और जिस तरह से वीडियो वायरल हुआ, उससे यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि आने वाले समय में यह बयान विधानसभा चुनावी रणनीति में भी मुद्दा बन सकता है।