केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सोमवार की सुबह कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित कर दिए हैं। इस वर्ष भी छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सफलता के प्रतिशत में बढ़त हासिल की हैं।
CBSE 12वीं बोर्ड परीक्षा 2025
मुख्य बिंदु:

- कुल रजिस्ट्रेशन: 17,04,367 छात्र
- परीक्षा में उपस्थित: 16,92,794 छात्र
- उत्तीर्ण छात्र: 14,96,307 छात्र
- कुल पास प्रतिशत: 87.98%
- लड़कियों का पास प्रतिशत: 91.64%
- लड़कों का पास प्रतिशत: 85.70%
- ट्रांसजेंडर पास प्रतिशत: 100%
- सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: विजयवाड़ा रीजन
CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा 2025मुख्य बिंदु:
- कुल रजिस्ट्रेशन: 23,85,079 छात्र
- परीक्षा में उपस्थित: 23,71,939 छात्र
- उत्तीर्ण छात्र: 22,21,636 छात्र
- कुल पास प्रतिशत: 93.60%
- लड़कियों का पास प्रतिशत: 95.00%
- लड़कों का पास प्रतिशत: 92.63%
- ट्रांसजेंडर पास प्रतिशत: 95%
- परीक्षा अवधि: 15 फरवरी से 18 मार्च 2025
- सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: त्रिवेंद्रम (99.79%), विजयवाड़ा (99.79%
देशभर के कई विद्यार्थियों ने ‘घमासान न्यूज’ के साथ अपनी तैयारी से जुड़े अनुभव साझा किए..
1) आरव महेश्वरी 92% (भोपाल)
आईआईटी जेईई जैसी चुनौतीपूर्ण परीक्षा की तैयारी के लिए भोपाल के आरव माहेश्वरी ने एक अलग राह चुनी। उन्होंने दो साल पहले स्मार्टफोन को अलविदा कहकर की-बोर्ड वाला साधारण फोन अपना लिया और सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बना ली। आरव प्रतिदिन 6 से 7 घंटे नियमित रूप से पढ़ाई करते हैं।
उनका मानना है कि लक्ष्य तक पहुँचने के लिए ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर रहना जरूरी है। उनकी यह कहानी आज के युवाओं को यह संदेश देती है कि सादगी और अनुशासन अपनाकर बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की जा सकती हैं। आरव ने 10वीं कक्षा में भी आईसीएसई बोर्ड से 92% अंक प्राप्त किए थे।
2) सुचिता कुमारी 90% (पटना बिहार)
डॉक्टर बनने का सपना लिए सुचिता कर रही हैं PW से तैयारी। विज्ञान विषय में रुचि रखने वाली सुचिता ने PCB स्ट्रीम चुनकर अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाया है। बचपन से ही विज्ञान के प्रति उनका लगाव और लोगों की सेवा करने की चाह ने उन्हें इस दिशा में प्रेरित किया।
सुचिता कहती हैं, “मुझे हमेशा दूसरों की मदद करने में खुशी मिलती है। डॉक्टर बनकर मैं समाज के लिए कुछ करना चाहती हूँ।” वह अपने लक्ष्य को लेकर पूरी निष्ठा और मेहनत से पढ़ाई में जुटी हैं। सुचिता की लगन और प्रतिबद्धता उन छात्रों के लिए मिसाल है, जो मेडिकल फील्ड में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं।
3) ऋषिका कुमारी 90% (रांची झारखंड)
डॉक्टर बनने का सपना संजोए विज्ञान वर्ग की छात्रा ऋषिका ने सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा में 90% अंक हासिल कर यह सिद्ध कर दिया कि आत्मविश्वास और कठिन परिश्रम से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। कक्षा 10 में उन्होंने 96% अंक प्राप्त किए थे, लेकिन 11वीं में उनका प्रदर्शन कुछ कमजोर रहा। बावजूद इसके, माता-पिता और शिक्षकों के प्रोत्साहन से उन्होंने फिर से अपनी ताकत को पहचाना और खुद को साबित किया।
ऋषिका बताती हैं, “प्री-बोर्ड परीक्षा में कम अंक मिलने से थोड़ी निराशा हुई थी, लेकिन मैंने खुद को संभाला और बिना किसी कोचिंग या ट्यूशन के पूरी तरह से आत्म-अध्ययन के बल पर अच्छे अंक प्राप्त किए।” उनका मानना है कि असली प्रतियोगिता खुद से होती है, और यह अनुभव उनके डॉक्टर बनने की राह को और मजबूत करता है।
छात्रों में खुशी की लहर, अभिभावकों की आंखों में गर्व
जैसे ही परीक्षा परिणाम घोषित हुए, स्कूलों में जश्न का माहौल छा गया। शिक्षकों और माता-पिता ने विद्यार्थियों की इस सफलता पर गर्व जताया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
डिजिटल माध्यम से उपलब्ध मार्कशीट
बोर्ड ने विद्यार्थियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए उनके परीक्षा परिणाम डिजिलॉकर (DigiLocker) और उमंग (UMANG) ऐप पर भी जारी किए हैं। छात्र इन प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपनी मार्कशीट और अन्य जरूरी प्रमाणपत्र आसानी से ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं।
बोर्ड अध्यक्ष मनोज आहूजा ने दी बधाई
सीबीएसई के अध्यक्ष मनोज आहूजा ने सभी उत्तीर्ण विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “यह सफलता छात्रों की मेहनत, लगन और धैर्य का नतीजा है। यह केवल परीक्षा का परिणाम नहीं है, बल्कि उनके निरंतर प्रयास और प्रतिबद्धता का परिचायक है।”
विशेष सूचना:
बोर्ड ने इस वर्ष मेरिट लिस्ट जारी नहीं की है। साथ ही ग्रेस मार्क्स को लेकर पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बोर्ड ने विस्तृत दिशानिर्देश भी जारी किए हैं।
- जवाहर नवोदय विद्यालयों का परिणाम पूरे देश में सबसे बेहतरीन रहा है।
- डिजिलॉकर और UMANG ऐप पर डिजिटल मार्कशीट उपलब्ध कराई गई है।
लेखक
प्रतीत चांडक