केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह का बड़ा ऐलान, इस दिन किसानों के खाते में डलेगी किसान सम्मान निधि की राशि

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By Deepak MeenaPublished On: June 15, 2024

भोपाल : चुनाव की सारी प्रक्रिया ख़त्म होने के बाद अब सरकार तेजी से कार्य में लग गई है। ऐसे में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का पहला कार्यक्रम 18 जून को बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आयोजित हो रहा है। जहां वे सिंगल क्लिक के माध्यम से 9 करोड़ 3 लाख किसान भाई-बहनों के खाते में किसान सम्मान निधि की राशि डालेंगे। इस दौरान लगभग 20 हज़ार करोड़ रुपये की राशि अंतरित की जाएगी।

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा मुझे इस बात की भी प्रसन्नता है कि प्रधानमंत्री तीसरी बार शपथ ग्रहण करने के बाद सबसे पहले हस्ताक्षर अगर किए तो किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त किसानों को जारी करने की फाइल पर है। आप सब जानते हैं कि किसान भाइयों की आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करने के लिए 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुआत की थी। जिसमें अब तक लगभग 11 करोड़ किसानों को 3लाख करोड़ रूपये से ज्यादा की राशी किसान सम्मान निधि के रूप में दी जा चुकी है। जो सीधे उनके खाते में अंतरित की गयी है।

कृषि मंत्री ने कहा कि देश में अलग-अलग स्थानों पर विशेष 50 कृषि विज्ञान केंद्र को चिन्हित किया गया है। जहां अलग-अलग केन्द्रीय मंत्री जायेंगे और वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़ेंगे और वहां मौजूद किसानों से संवाद करेंगे। इसके अतिरिक्त सभी मंडियों में ब्लाक स्थानों पर एवं कई राज्यों में हर ग्राम पंचायत में इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। जिसमें लगभग 2 करोड़ किसान सम्मिलित होंगे। इस कार्यक्रम के साथ साथ प्रधानमंत्री जी का संकल्प है लखपति दीदी जिसमें से अभी 1 करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं। अभी हमें 2 करोड़ दीदी और बनानी है। उसी का एक आयाम कृषि सखी है।

शिवराज ने बताया कि किसानों की सहायता के लिए हमने कई बहनों को प्रशिक्षित करके तैयार किया है। ताकि वो अलग-अलग कामों में किसानों और खेती को सहयोग कर सकें। उन्होंने बताया कि अभी तक लगभग 30 हज़ार कृषि सखियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसमें अधिकांश सेल्फ हेल्प ग्रुप की बहने हैं, जो हर काम को बहुत गंभीरता से करती हैं। कार्यक्रम में 5 बहनों को प्रतीकात्मक रूप से प्रमाणपत्र दिए जायेंगे। वहीं 30 हज़ार बहनों को अलग-अलग जगह इस प्रशिक्षण के प्रमाणपत्र दिए जायेंगे। इसके बाद वे सखियाँ अलग-अलग रूप से काम कर के सालभर में 60 से 80 हज़ार रुपया अतिरिक्त कमा सकेंगी।