ट्रैफिक पुलिस महिला अधिकारी पर पेट्रोल डाल जलाने की कोशिश, आरोपी गिरफ्तार

Author Picture
By Srashti BisenPublished On: July 6, 2024

शिक्षा की नगरी पुणे इस समय तरह-तरह की घटनाओं से गुलजार है। पोर्शे कार एक्सीडेंट, पब में ड्रग्स का इस्तेमाल, ये सभी घटनाएं जहां पुणे की बात कर रही हैं, वहीं अब पुणे से एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पुणे में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है जहां एक महिला ट्रैफिक पुलिस अधिकारी के शरीर पर पेट्रोल डालकर उसे जलाने की कोशिश की गई।


यह सनसनीखेज घटना कल रात करीब 8 बजे शहर के फरासखाना ट्रैफिक पुलिस स्टेशन के सामने हुई। लेकिन पुलिस ने समय रहते पहुंचकर आरोपी को ऐसा करने से रोक दिया और महिला पुलिसकर्मी को बचा लिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी संजय फकीरा साल्वे को हिरासत में लिया है। सामने आया है कि शराब के नशे में धुत आरोपी ने यह चौंकाने वाली हरकत की। आरोपी संजय पिंपरी-चिंचवड़ का रहने वाला है और उसका पैतृक गांव जालना माना जाता है। इस मामले में विश्रामबाग पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

ड्रंक एंड ड्राइव के खिलाफ चल रही थी कार्रवाई, तभी…

मिली जानकारी के मुताबिक, यह दिल दहला देने वाली घटना फरासखाना पुलिस स्टेशन इलाके में शुक्रवार रात करीब 8 बजे हुई। वहां ड्रंक एंड ड्राइव के खिलाफ कार्रवाई चल रही थी। तभी महिला पुलिस ने संजय को वहीं रोक लिया और उससे पूछताछ करने लगी, लेकिन फिर उसने महिला पुलिसकर्मी पर पेट्रोल और मिट्टी का तेल फेंक दिया और उसे जलाने की कोशिश की। लेकिन तब गश्त पर अन्य पुलिसकर्मी भी थे।

उन्होंने यह घटना देखी और सतर्क होकर आरोपी को रोकने के लिए दौड़े और महिला पुलिसकर्मी को भी बचाया। इससे एक बड़ा हादसा टल गया और एक महिला पुलिस अधिकारी की जान भी बच गई।

आरोपी संजय फकीरा साल्वे को पुलिस ने हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है। इस वक्त जब शहर में जगह-जगह ड्रिंक एंड ड्राइव के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है तो पुलिस पर इस हमले से हड़कंप मच गया है।

‘महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा…’

पुणे में एक महिला पुलिस अधिकारी पर पेट्रोल डालने की कथित कोशिश पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है। इसका नतीजा यह है कि अब पुलिस अधिकारी भी सुरक्षित नहीं हैं…लोगों में अब पुलिस का डर नहीं रहा…यह राज्य सरकार की विफलता है।