Mohan Bhagwat: क्षेत्र, भाषा और जाति को परे रखकर हिंदुओं को एकजुट होना होगा, RSS प्रमुख मोहन भागवत ने की हिंदुओं से अपील

srashti
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Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू समाज से एकजुट होने की अपील की है। राजस्थान में ‘स्वयंसेवक जुटान’ कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को भाषा, जाति और क्षेत्रीय विवादों को खत्म कर अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा।

समाज के मूलभूत सिद्धांत

भागवत ने न्याय, स्वास्थ्य, शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि वे हमेशा सक्रिय रहें और पारिवारिक सद्भाव, पर्यावरण जागरूकता, स्वदेशी मूल्यों और नागरिक चेतना को बढ़ावा दें, जो समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं।

समाज की संरचना

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समाज केवल व्यक्तियों और परिवारों से नहीं बनता, बल्कि यह व्यापक सरोकारों से जुड़ा होता है। भागवत ने कहा कि आरएसएस की कार्य पद्धति विचार आधारित है और स्वयंसेवकों को समुदायों के साथ संपर्क बनाए रखने की आवश्यकता है।

भारत की वैश्विक भूमिका

मोहन भागवत ने भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा के संदर्भ में कहा कि यह उसकी ताकत पर निर्भर करती है। उन्होंने विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिकों की सुरक्षा की भी बात की, यह बताते हुए कि केवल एक मजबूत देश ही उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।

कार्यक्रम की उपस्थिति

इस कार्यक्रम में आरएसएस के 3,827 स्वयंसेवकों ने भाग लिया, जिसमें वरिष्ठ पदाधिकारी भी शामिल थे। भागवत के विचारों ने उपस्थित लोगों को प्रेरित किया और संगठन की एकता का संदेश दिया।