लिवर सिरोसिस एक गंभीर और अपरिवर्तनीय रोग है, जिसमें लिवर की स्वस्थ कोशिकाएं धीरे-धीरे नष्ट होकर फाइब्रोसिस यानी स्कार टिशू में बदल जाती हैं। इस स्थिति में शरीर कई चेतावनी संकेत देने लगता है। आइए, ऐसे प्रमुख लक्षणों को समझते हैं।
पैरों और टखनों में सूजन आना — अगर शाम होते-होते पैरों में असामान्य रूप से सूजन दिखाई देने लगे, तो यह लिवर सिरोसिस का गंभीर संकेत हो सकता है। ऐसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना नुकसानदायक साबित हो सकता है।

नाक से रक्तस्राव — लिवर की कार्यक्षमता बिगड़ने पर खून के थक्के बनने की प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है, जिससे नाक से अचानक खून बहने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
पेट में तरल जमा होना — लिवर सिरोसिस की गंभीर स्थिति में पेट के भीतर तरल एकत्र होने लगता है, जिससे पेट फूला हुआ नजर आता है और व्यक्ति को चलने-फिरने या बैठने में परेशानी महसूस हो सकती है।
त्वचा और आंखों का पीला पड़ना — लिवर सिरोसिस के एडवांस स्टेज में त्वचा और आंखों की सफेदी में पीलापन आना आम लक्षण है। ऐसा तब होता है जब लिवर सही से काम नहीं करता और शरीर में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे संकेत मिलने पर तुरंत चिकित्सीय सलाह लें।
स्मृति क्षीण होना — लिवर सिरोसिस के अंतिम चरण में मरीजों में मानसिक भ्रम और याददाश्त कमजोर होने की समस्या (हेपेटिक एन्सेफालोपैथी) देखी जा सकती है। इस अवस्था में व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, अत्यधिक नींद आना या चिड़चिड़ापन जैसी मानसिक परेशानियां हो सकती हैं।