हाथरस से निकला ‘भोले बाबा’ का काफिले की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। जिसमें स्वयंभू उपदेशक बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि भोले बाबा का काफिला उस गांव से निकलता हुआ दिखाई दे रहा है। जहां भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। धर्मिक समागम में अनेक राज्यों से श्रद्धालु उपस्थित थे। जिनमें ज्यादातर महिला श्रद्धालु थीं।
सीसीटीवी फुटेज में भोले बाबा के काफिले के गुजरने के दौरान सड़क के दोनों ओर कई स्वयंसेवक, जिन्हें ‘सेवक’ के नाम से भी जाना जाता है, खड़े दिखाई दे रहे हैं। भगदड़ मंगलवार को हुई, जब हजारों लोग उपदेशक द्वारा आयोजित ‘सत्संग’ के लिए हाथरस जिले के सिकंदरा राऊ क्षेत्र के रति भानपुर गांव में विशेष रूप से लगाए गए टेंट में एकत्र हुए थे।
धार्मिक समागम समाप्त होने के तुरंत बाद महिलाओं के कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलने के तुरंत बाद भगदड़ शुरू हो गई। बताया गया कि बाबा महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की भीड़ को दरकिनार करते हुए एक निर्धारित मार्ग से साइट पर आए और बाहर निकले। चारों ओर वाहन थे और हाईवे का एक हिस्सा भक्तों और वाहनों से लगभग जाम हो गया था। जैसे ही बाबा का वाहन हाईवे पर पहुंचा, सैकड़ों भक्त चरण धूल और उनका आशीर्वाद लेने के लिए उनकी कार की ओर दौड़ी जिस दौरान यह भयानक घटना गठित हुई है।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि छह लोगों सभी सेवादारों को गिरफ्तार किया गया है। छह में से दो महिलाएं और चार पुरुष हैं। पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है। IG माथुर ने कहा कि भोले बाबा का नाम एफआईआर में नहीं है क्योंकि उनके नाम पर धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं मांगी गई थी। पुलिस ने कहा, हालांकि अगर जरूरत पड़ी तो भोले बाबा से पूछताछ की जाएगी, लेकिन यह सब जांच के दौरान होने वाली प्रगति पर निर्भर करता है। हम उनके आपराधिक अतीत की रिपोर्ट की भी जांच कर रहे हैं।