हरिद्वार: इतिहास में पहली बार 12 वर्षो में एक बार लगने वाला सबसे बड़ा कुंभ मेला कोरोना महामारी के कारण असमय ही बंद होने वाला है, हरिद्वार में कोरोना संक्रमण के कारण निरंजनी पंचायती अखाड़ा ने 17 अप्रैल को कुंभ मेला समापन की घोषणा कर दी है, और यह भी एलान किया है कि निरंजनी अखाड़े के साधु संतों की छावनियां 17 अप्रैल को खाली कर दी जाएंगी। इससे पहले भी निरंजनी अखाड़े के संतो के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आई थी जिसके बाद आज एक बार फिर इसी अखाड़े के 17 संत कोरोना की चपेट में आ गए है.
बता दें कि अखाड़े के इन सभी संतो की कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई है, दरअसल इन संतों का रैपिट एंटीजन टेस्ट किया गया था, संक्रमित पाए जाने वाले सभी संतो को अखाड़े में ही आइसोलेट किया जा रहा है, अखाड़े को कोरोना संक्रमण के कारण समय से पहले ही बंद किया जा रहा है, ऐसे में मेला परिसर में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार वहां बनी हुई है और वह अखाड़ों में रह रहे साधु-संतों की सैंपल भी ले रही है।
कुंभ मेले में बढ़ती भीड़ और कोरोना का प्रकोप दोनों एक ही गति से बढ़ता नजर आ रहा है, आज आये पॉजिटिव संतो से पहले निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविन्द्र पुरी की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें भी अखाड़े में ही आइसोलेट किया गया था। जानकारी के अनुसार बीते दिन गुरुवार को जूना अखाड़े के 200 साधुओं का कोरोना टेस्ट कराया गया है, और इन सभी की रिपोर्ट आज आना संभव है।