गुलाल की मस्ती के बाद अब गरमी का बढ़ेगा कहर, लू की लहर से तपेंगे ये राज्य

होली के बाद देशभर में भीषण गर्मी का असर दिखने लगा है, जहां गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के कई इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार कर गया है। मौसम विभाग के अनुसार, कुछ क्षेत्रों में तापमान में हल्की गिरावट संभव है, लेकिन ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में लू चलने की आशंका बनी हुई है।

Abhishek Singh
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होली का त्योहार खत्म होते ही देशभर में भीषण गर्मी ने दस्तक दे दी है। गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के कई हिस्सों में लू जैसे हालात बनने लगे हैं। इन राज्यों के कई शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है। बीते तीन वर्षों में यह दूसरा मौका है जब मार्च के पहले पखवाड़े में लू का असर देखने को मिला है। हाल ही में देश के 11 राज्यों में तापमान 38 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया, जिसमें राजकोट, बाड़मेर और पणजी जैसे शहर सबसे अधिक गर्म रहे।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, गुजरात, राजस्थान के सीमावर्ती इलाके और पश्चिमी तट के कोंकण क्षेत्र में तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन लू का असर बरकरार रहेगा। ओडिशा में 13 से 16 मार्च, झारखंड में 14 से 16 मार्च और पश्चिम बंगाल में 18 मार्च को भीषण लू चलने की संभावना है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान में अगले एक सप्ताह तक तेज हवाएं चलने का अनुमान है।

इन राज्यों में होगी बारिश

उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 48 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई विशेष बदलाव होने की संभावना नहीं है। दरअसल, आने वाले सप्ताह में दो पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र से गुजर सकते हैं, जिनके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। वहीं, 14 से 16 मार्च के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्यप्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों में बादल छाए रहने और बारिश होने की प्रबल संभावना है। इसके अलावा, पूर्वोत्तर के राज्यों—सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में अगले 4 से 5 दिनों तक बारिश जारी रहने का अनुमान है।

गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और पश्चिमी राजस्थान सहित पूरे पश्चिमी भारत में अगले पांच दिनों के दौरान तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी होने की संभावना है। वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत मध्य भारत में भी अगले तीन दिनों के भीतर अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।