GST Council : महंगे होने वाले हैं जूते और घड़ी, स्वास्थ्य बीमा से हट सकता है GST

srashti
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GST Council: जीएसटी पर मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने कर दरों में बदलाव की सिफारिश की है, जिसका निर्णय अगले महीने होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में लिया जाएगा। इस बैठक में जीवन बीमा और चिकित्सा बीमा पर जीएसटी समाप्त करने के साथ ही साइकिलों पर लगने वाले टैक्स को समाप्त करने का प्रस्ताव है। इसके अतिरिक्त, महंगे जूतों पर कर बढ़ाने की भी सिफारिश की गई है, जिससे सरकार को 22,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होने की संभावना है।

महंगे सामान पर कर में बदलाव

मंत्रियों के समूह ने कई स्थानों पर कर बढ़ाने और घटाने की सिफारिश की है। यदि सभी सिफारिशें स्वीकार कर ली गईं, तो 25,000 रुपये से अधिक कीमत वाली कलाई घड़ियों पर जीएसटी 18 प्रतिशत से बढ़कर 28 प्रतिशत हो सकता है। इसी तरह, 15,000 रुपये से अधिक कीमत वाले जूतों पर भी जीएसटी 18 प्रतिशत से 28 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।

साइकिलों पर कर में कमी की सिफारिश भी की गई है; 10,000 रुपये से सस्ती साइकिलें अब 12 प्रतिशत के बजाय 5 प्रतिशत जीएसटी के दायरे में आ सकती हैं। इसके अलावा, 20 लीटर से बड़ी पानी की बोतलें भी 18 प्रतिशत के बजाय 5 प्रतिशत जीएसटी स्लैब में आ सकती हैं। कॉपियों पर भी जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने की सिफारिश की गई है।

पाप कर में वृद्धि की सिफारिश

मंत्रियों के समूह ने सिन टैक्स बढ़ाने की सिफारिश की है, जो कि 18 से 28 प्रतिशत के बीच हो सकता है। इस श्रेणी में शराब, तंबाकू और सिगरेट जैसे उत्पाद शामिल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, 5 लाख रुपये तक के कवरेज वाले स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर वरिष्ठ नागरिकों के अलावा अन्य व्यक्तियों के लिए जीएसटी से छूट देने का निर्णय लिया गया है। इससे अधिक के स्वास्थ्य बीमा पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा।

अगली बैठक में निर्णय होगा

इन सभी सिफारिशों पर अंतिम निर्णय जीएसटी काउंसिल की बैठक में लिया जाएगा। पिछले महीने की बैठक में स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर कर के मुद्दे पर एक 13 सदस्यीय मंत्री समूह का गठन किया गया था।