Indore News : आज़ादी के ७५ वे अमृत महोत्सव के अंतर्गत गुरु गोविंद सिंह के माता जी एवं गुरु गोविंद सिंघ के चार साहेबजादो की शहादत को समर्पित ‘दस्ताने ए शहादत कार्यक्रम का आयोजन गुरु अमरदास जी हाल ,गुरु गोविंद सिंघ मार्ग इंदौर में कल रात आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पर्यटन, अध्यात्म एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही। सांसद सांसद शंकर लालवानी, महापौर मालिनी गौड़ कृष्णा कुमार अष्ठाना उपस्थित थे।
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पंजाबी साहित्य अकादमी की निदेशक नीरू सिंह ज्ञानी ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह के चार साहिबजादे एवं माता गुजरजी की शहादत पर केंद्रित कार्यक्रम दास्तान ए शहादत आयोजित किया गया। पंजाबी साहित्य अकादमी सांस्कृतिक परिषद मध्यप्रदेश पंजाबी भाषा, पंजाबी लोकगीत ,गुरु परम्परा पर केंद्रित कार्यक्रम आयोजित पूरे मध्यप्रदेश में करती आ रहे हे । सिख इतिहास में अनेको शूर वीरों ने और धर्म गुरुओं ने सत्य ,न्याय आदर्श और धर्म की रक्षा के लिए कुर्बानी दी है। सिखों के दसवें गुरु,गुरु गोविंद सिंघ जी के पिताजी गुरु तेग बहादुर ,चार पुत्रों एवं उनकी माता गुजरी जी भी मुगल शासकों द्वारा शहीद कर दिया गया।
२० दिसंबर से लेकर २७ दिसंबर के बीच में पूरा परिवार शाहिद हो गया था ।गुरु गोविंद सिंघ जी के सहबजादे और उनकी माता जी को समर्पित कार्यक्रम दस्ताने ए शहादत आयोजित किया गया ,जिसमें मुख्य अतिथी के रूप में पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री उषा ठाकुर जी ने कहा ये पूरा सप्ताह गुरु गोविंद सिंघ के साहेबजादे एवं माता गुजरी जी की शहादत को समर्पित है। आने वाली पिडी इस त्याग तपस्या बलिदान देश भक्ति से प्रेरणा लेकर हम अपने जीवन में ऐसा क्या करे इस पर विचार करते हुए, इस बात को प्रेरित होकर अपने जीवन में पूर्ण निष्ठा के साथ जीवन में उतारने का प्रयास करे।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से पंजाबी साहित्य अकादमी एवं मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ केंद्रीय गुरु सिंह सभा तत्वधान में मध्य प्रदेश की २.५ लाख से भी ज़्यादा नानक नाम लेवा संगत का एक माँग पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान एवं पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री को दिया गया । इस पत्र में सिख समाज एवं अकादमी की ओर से निवेदन किया गया कि दिनांक २० दिसम्बर से २७ दिसम्बर तक शासन द्वारा चार साहिबज़ादो की याद में पूरे मध्य प्रदेश में शहादत को समर्पित कार्यक्रम आयोजित किए जाए एवं उनके बलिदान को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने का अनुरोध हैं।
साथ ही दिनांक २६ दिसम्बर को बाल शोर्य दिवस के रूप में मनाए जाने हेतु घोषणा की जाए ,जिससे पूरे देश एवं प्रदेश में गुरुओं के द्वारा धर्म की रक्षा हेतु उनके परोपकारी जीवन के बारे में समाज जाग्रत होगा..आज आयोजित कार्यक्रम में लाइट एंड साउंड शो एवं नाट्य मंच सफ़र ए शहादत ताल गुरु प्रोडक्शन पटियाला द्वारा प्रस्तुति की गई…एवं बीबी हरजिंदर कौर जी पूर्व निर्देशक पंजाब कला परिषद एवं अध्यक्ष CCPCR द्वारा शहादत पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में स्वागत निदेशक पंजाबी साहित्य अकैडमी नीरू सिंह ज्ञानी द्वारा द्वारा किया गया रतन जीत सिंह शैरी द्वारा एकेडमी के उद्देश्यों के बारे में बताया, एवं संचालन सुरजीत सिंह टुटेजा जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ केंद्रीय गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष हरपाल सिंह भाटिया, सांसद शंकर लालवानी,मालिनी गौड़,कृष्ण कुमार अष्ठाना, देव पुत्र पत्रिका के संपादक ,अजीत सिंह नारंग,विनीत नथावे,कृष्णकांत शर्मा,अमरजीत सिंह बग्गा मनजीत सिंह चावला ,रवजोत कौर ,अरविंदर कौर ,जसवीर कौर अवतार कौर आदि जनप्रतिनिधि वरिष्ठ समाजसेवी , संगत उपस्थित रहे…