गोरखपुर: गुरु पूर्णिमा के मौके पर देशभर के मंदिरों में भीड़ रहती है। लोग अपने गुरुओं की पूजा करते हैं लेकिन इस बार गुरु पूर्णिमा पर कोरोना का असर देखने को मिल रहा है। कोरोना के चलते सभी लोग अपने-अपने घरों में अपने गुरुओं की पूजा कर रहे है। इसी बीच गोरखपुर में सालों से चली आ रही परंपरा पर भी इस बार ब्रेक लग गया है।
दरअसल, गोरक्षनाथ मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान गोरक्षनाथ के दर्शन पूजन कर महंत योगी आदित्यनाथ को टीका लगाकर चरण वंदन करते थे लेकिन इस बार मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो मंदिर न आएं और अपने घर पर रह कर गुरु पूर्णिमा मनाएं। गुरुपूर्णिमा के अवसर पर महंत योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं के सुखमय जीवन का आशीर्वाद दिया।
रविवार सुबह गोरक्षनाथ मंदिर में प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने पूरे विधि विधान के साथ अनुष्ठान किया। सुबह श्रीनाथजी गुरू गोरखनाथ के पूजन के बाद नाथ संप्रदाय के योगियों द्वारा बनाए गए विशेष प्रसाद रोट का भोग लगाया। इसके बाद नाथ योगियों के समाधि स्थल और देव विग्रहों की पूजा की गई। नाथ पंथ के जितने योगी भी योगी मंदिर में मौजूद हैं वो सब अपने गुरुओं से आशीर्वाद लिए।
गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचेंगे और सबसे पहले वो भगवान गोरखनाथ के दर्शन-पूजन कर उनका आशीर्वाद लेंगे और फिर उसके बाद वो अपने गुरु महंत अवेद्यानाथ की समाधी पर जाकर विशेष पूजा अर्चन करेंगे फिर अपने दादा गुरु महंत दिग्विजयनाथ का आशीर्वाद लेंगे। मंदिर के अपने पूजा कक्ष में पूजन अर्चन करेंगे।
हालांकि कोरोना के चलते इस बार कोई भी श्रद्धालु टीका नहीं लगा पाएगा। महंत योगी आदित्यनाथ अपने शिष्यों को दूर से ही आशीर्वाद देंगे। कोरोना की इस संकट काल में गोरक्षनाथ मंदिर में कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया जा रहा है।