आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। CM शिवराज सिंह चौहान ने तक़रीबन 160 करोड़ रूपए की सहायता राशि जारी की है और कहा हैं कि प्रदेश में इस बार तीन चरण में ओला-वृष्टि और बेमौसम बारिश से न जानें कितने किसानों की फसलें खराब हुई थी। राज्य सरकार ने फसलों का सर्वे करा कर सहायता राशि बांटने का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इस विपत्ति की घड़ी में सरकार किसानों के साथ खड़ी है। किसानों को इस बड़ी विपत्ति से पार ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। सहायता राशि की रकम आपके अकाउंट में आ जाएगी, और इसके लिए मैं आपको अनेकों बधाइयां देता हूं।
राहत राशि के साथ फसल बीमा योजना का लाभ भी मिलेगा
CM ने कहा कि मध्यप्रदेश इकलौता ऐसा राज्य है, जहां फसलों को क्षति पहुंचने पर किसानों को अत्यधिक सहायता राशि वितरित की जाती है। उन्होंने 159 करोड़ 52 लाख रूपए की सहायता राशि का बंटवारा सिंगल क्लिक से किया। CM चौहान ने कहा कि किसान दिन-रात कठिन परिश्रम करते रहते हैं, तब कहीं जा कर अनाज के दाने हमें प्राप्त होते हैं। इस विपदा की घड़ी में सरकार किसानों की हर प्रकार से सहायता करेगी। जहां भी फसलों का बहुत भयंकर विनाश हुआ है, वहां का सर्वे कर सहायता राशि वितरित की जाएगी। फसल कटाई उपयोग के आधार पर फसल बीमा स्कीम का फायदा भी किसानों को दिलाया जाएगा। राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारियों ने सर्वे का काम किया है। सर्वे का काम उचित रूप से पूर्ण कराने ध्यान रखा गया है।
प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली निरस्त
CM चौहान ने कहा कि हमारा दृढ़ निश्चय हैं कि किसानों को पूरी तरह से सहायता मुहैया कराने का है। त्रस्त किसानों से कर्ज वसूली निरस्त कर दी गई है। त्रस्त किसानों के घर बेटी का ब्याह होने पर 55 हजार रूपए की सहायता अलग से की जाएगी। किसानों को परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है। सुचारु रूप से सहायता रकम प्रदान करने में कोई खामी नहीं छोड़ेंगे। गेहूं की समर्थन दाम पर बिक्री चल रही है। हमने निर्णय किया है कि बारिश के कारण गेहूं की शाइन चली गई है, तो लाली अर्थात शाइन रहित अनाज भी खरीदा जाएगा।
फसलों के सर्वे से किसान पूरी तरह तृप्त
CM चौहान ने विदिशा जिले के किसान रामबाबू, सागर जिले के प्राण सिंह, शिवपुरी की सविता यादव और मंदसौर के दयाल सिंह से बातचीत की। उन्होंने किसानों से सवाल किया कि आपकी फसलों का सर्वे व्यवस्थित रूप से हुआ था कि नहीं, आप तृप्त है या नहीं। सभी किसानों ने कहा कि फसलों का सर्वे बहुत अच्छे से हुआ, कोई समस्या तो उत्पन्न नहीं हुई, हम पूरी तरह से तृप्त हैं। किसानों ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने निर्धनों के लिए बहुत अच्छा काम किया है।